जौनपुर: जिले में शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारी सरगर्मियों और हल्की -फुल्की झड़प के माहौल के बीच रामपुर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास पारित हो गया. इस अविश्वास प्रस्ताव बैठक में 99 बीडीसी सदस्यों में से 55 सदस्यों ने भाग लिया. फ्लोर टेस्टिंग में 52 सदस्यों ने अविश्वास के पक्ष में वोट डाला, एक ब्लॉक प्रमुख के पक्ष में तथा दो वोट निरस्त हो गया. पूरी प्रक्रिया नोडल अधिकारी सीडीओ की देख -रेख में हुआ.
जिले के रामपुर ब्लॉक प्रमुख नीलम सिंह के खिलाफ बीडीसी राहुल सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था. इस ब्लॉक में 99 बीडीसी निर्वाचित हुए हैं. आज रामपुर ब्लाक प्रमुख के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन कराया गया. अविश्वास प्रस्ताव बैठक में भाग लेने के लिए कुल 55 बीडीसी पहुंचे थे. कोरम पूरा करने के लिए नोडल अधिकारी ने सभी बीडीसी से अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हाथ उठाने की बात कही, जिसके बाद 52 लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के पक्ष में अपनी सहमति दिया.
सहमति होते ही अविश्वास प्रस्ताव का कोरम पूरा हुआ. कोरम पूरा होने के बाद अधिकारियों ने बीडीसी सदस्यों से वोटिंग कराया, जिसमें 52 लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया. अविश्वास प्रस्ताव पारित होते ही राहुल सिंह के खेमे में जश्न का माहौल पैदा हो गया. राहुल सिंह ने कहा कि आज लोकतंत्र की जीत हुई है. शीघ्र ही प्रमुख पद के लिए मतदान कराया जाएगा. ब्लॉक पर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा. पूरा ब्लॉक परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा. प्रशासन ने रामपुर से लेकर जमालापुर तक एन एच हाईवे 135 को बंद कर दिया था. ब्लॉ क परिसर के आसपास 200 मीटर दूर तक दोनों तरफ किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित कर दिया गया था।, जो भी अंदर घुसने का प्रयास किया पुलिसकर्मियों ने खदेड़ दिया.
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शैलेन्द्र कुमार सिंह एसपी ग्रामीण ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे बीडीसी नन्दनी जायसवाल अपने घर से स्कार्पियो से निकली ही थी. वैसे ही उनकी गाड़ी पर पथराव और तोड़फोड़ कर दिया गया, जिसके बाद गाड़ी के ड्राइवर ने आकर पुलिस से पूरी घटना बताई लेकिन घटना के बाद नंदनी को पुलिस प्रशासन ने समय खत्म होने के कारण गेट पर ही रोक दिया. फिर पुलिस ने सुरक्षा में लेते हुए नन्दनी को अपनी गाड़ी से घर तक पहुंचाया गया.
वहीं, जब बीडीसी सदस्य और विश्वास प्रस्ताव लाने वाले राहुल सिंह अपने बीडीसी के साथ पहुंचकर परिसर में प्रवेश करना चाहा तो पुलिसकर्मियों ने रोक दिया, तहसीलदार राम सुधार ने एक एक बीडीसी का निर्वाचन प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड से मिलान कर मतदान कक्ष तक भेजने का कार्य किया. सुरक्षा की दृष्टिकोण से ब्लॉक परिसर के मुख्य गेट पर एडिशनल एसपी शैलेंद्र कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी शुभम तोदी, क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह, पांच थानों के थानाध्यक्ष एवं सैकड़ों पुलिसकर्मी और एक प्लाटून पीएसी मौके पर तैनात रही.
नीलम सिंह के प्रतिनिधि विपिन सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हुई है. महीनों से बीडीसी सदस्यों को पूर्व सांसद धनन्जय सिंह और विनीत सिंह पर बीडीसी सदस्यों पर दबाव बनाकर उनसे जबरदस्ती वोट डलवाया है. अगर जनता द्वारा यह मतदान होता तो मैं अपने पद पर बना रहता, लेकिन आने वाले दिनों में पुनः मतदान से मेरी माता ब्लॉक प्रमुख बनेगी.
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