जौनपुरः सरकार प्रसूताओं के लिए मातृ वंदन जैसी योजनाएं संचालित कर रही है. इस योजना के तहत प्रसूता महिला को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए सरकार 6 हजार की सहायता राशि भी दे रही है, लेकिन जनपद में इस योजना के चलने के बाद भी जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूता महिलाओं में खून की कमी पाई जा रही है.
- जिला महिला चिकित्सालय में प्रसव के लिए आने वाली 60 से 65 फीसदी महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं.
- एक ओर सरकार प्रसूता महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मातृ वंदन योजना का संचालन कर रही है.
- जिला महिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 30 से 50 महिलाएं प्रसव के लिए आती है.
- वहीं कई महिलाओं को खून की कमी ज्यादा होने पर उन्हें ब्लड की जरूरत पड़ती है.
- इस योजना के जरिए प्रसूता महिलाओं को गर्भधारण से लेकर प्रसव तक 6 हजार रुपये दिया जा रहा है.
- जिससे प्रसूता महिला के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके और जिससे बच्चा भी स्वस्थ होगा.
- जनपद में प्रसूता महिलाओं के स्वास्थ्य में ज्यादा फायदा दिखाई नहीं दे रहा है.
- महिलाओं की हालत ऐसी रहती है, कि उन्हें अतिरिक्त खून चढ़ाने की जरूरत भी पड़ती है.
अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली ज्यादातर महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है. वहीं कई महिलाओं को तो ज्यादा कमी होने पर अतिरिक्त खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है.
-डॉ. आर.एस. सरोज, प्रभारी अधीक्षक, जिला महिला अस्पताल