जौनपुर: यहां जिला जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था, लेकिन यह जिला जेल अब कैदियों के लिए काल-कोठरी बनती जा रही है. जिला जेल की क्षमता 320 कैदियों की है, जबकि इन दिनों जिला जेल में क्षमता से 4 गुना कैदी भरे हुए हैं. जेल में कैदियों को मिलने वाली सुविधाएं अब गायब हो रही हैं. हालांकि नई जिला जेल बनाने का प्रस्ताव हो चुका है, जिसके लिए जमीन की तलाश का काम भी प्रशासन तेजी से कर रहा है.
- जिला जेल की छमता 320 कैदी की है, लेकिन इन दिनों क्षमता से 4 गुना ज्यादा कैदी जिला जेल में बंद हैं.
- जिला जेल में कैदी इन दिनों परेशान हैं, क्योंकि बैरक में बंद कैदियों को अब ढंग से सोने को भी नहीं मिल रहा है.
- बैरक में जहां 40 कैदी होने चाहिए, लेकिन इन दिनों इन बैरकों में 100 से ज्यादा कैदी भरे हुए हैं.
- जेल कैदियों के लिए अब कालकोठरी बनती जा रही है, क्योंकि जेल में अब कैदियों के लिए रहने की जगह नहीं बची है..
- ऐसे में कैदियों को मिलने वाली सुविधाएं भी अब नहीं मिल पा रही है.
कैदी से मिलने आए अब्दुल सलाम ने बताया कि जेल में भीड़ बहुत है. भीड़ के कारण अब कैदियों को सोने की जगह नहीं मिलती है. ऐसे में कई कैदियों की तबीयत भी अब खराब रहती है.
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इन दिनों जिला जेल में क्षमता से 4 गुना कैदी हैं. वहीं ज्यादा कैदी होने के कारण कैदियों को पूरी सुविधा ढंग से नहीं मिल पा रही है. हालांकि नई जेल बनाने का प्रस्ताव हो चुका है और जमीन तलाशी जा रही है.
-ओम प्रकाश त्रिपाठी, जनपद न्यायाधीश, जौनपुर