जौनपुर: चीन में फैले कोरोना वायरस का असर इस बार भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है. होली से पहले बाजार से चाइनीज पिचकारियों सहित रंग और फैंसी आइटम गायब हो चुके हैं, जबकि चीनी सामानों के बिना भारतीय त्योहारों को मनाना अब बेमानी लगता है.
चाइनीज झालरों से दीपावली पर लोगों के घर रोशन होते हैं तो वहीं रंग-बिरंगी चाइनीज पिचकारिओं से होली के त्योहार की रौनक बढ़ती है. होली के बाजार तो सज चुके हैं, लेकिन बाजारों से चीनी पिचकारियां गायब हैं. इस बार कोरोना वायरस के चलते बाजारों में चीनी पिचकारिओं की आपूर्ति नहीं हुई, जिस कारण बच्चों को बाजारों से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है.
महंगे दामों में दुकानदार बेच रहे चाइनीज आइटम
बाजार में जो भी पुरानी पिचकारियां और चाइनीज आइटम बचे हैं, उनको दुकानदार महंगे दामों में बेच रहे हैं. पिचकारियों की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा देश चीन है, लेकिन कोरोना वायरस के असर के चलते भारतीय बाजारों में चाइनीज आइटमों के आयात पर रोक लगा दी गई है.
दुकानदार सूरज कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के असर के चलते इस बार बाजारों में रौनक नहीं है. होली का त्योहार नजदीक है फिर भी पिचकारियों की आपूर्ति नहीं हुई है, जिसके कारण ग्राहकों को मायूस लौटना पड़ रहा है. वहीं इस बार होली में चाइनीज आइटमों के दाम पिछले साल की अपेक्षा 30 से 40 फीसदी बढ़े हुए हैं.
ग्राहक जगदीश यादव ने बताया कि वह बच्चों के लिए पिचकारियां लेने बाजार आए थे, लेकिन उन्हें पिचकारीयां नहीं मिल पाई हैं.