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जौनपुर: नगर पालिका बना रहा आदर्श गोशाला, गोबर से खाद बनाना भी शुरू

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Published : Jan 29, 2020, 1:07 PM IST

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में जहां एक तरफ आवारा पशुओं के लिए बनी गोशालाओं में संसाधनों के अभाव में पशुओं को चारे के अभाव में जूझना पड़ रहा था, वहीं अब नगर पालिका के द्वारा संचालित एक गोशाला आदर्श गोशाला के रूप में स्थापित हो रही है.

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नगर पालिका बना रहा आदर्श गोशाला.

जौनपुर: सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं और किसानों की समस्या बने गोवंशों के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में गोशाला स्थापित की है, लेकिन फिर भी इन गोशालाओं में अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण बेजुबान पशुओं को ही व्यवस्थाओं की खामियां से जूझना होता है.

जानकारी देते गोशाला प्रभारी.

नगर पालिका के द्वारा संचालित है आदर्श गोशाला

जौनपुर में नगर पालिका के द्वारा संचालित एक गोशाला आदर्श गोशाला के रूप में स्थापित हो रही है. इस गोशाला में जहां 435 से ज्यादा पशु इन दिनों पल रहे हैं, वहीं इस गोशाला में पशुओं को अलग तरीके से रखने की व्यवस्था भी की गई है.

इस गोशाला में गाय, सांड़ और बछड़ों को अलग-अलग रखा जाता है. कमजोर और बीमार पशुओं को भी अलग से रख कर उनकी देखभाल और पोषण दिया जाता है. गोशाला में सीसीटीवी भी लगाया गया है. इस गोशाला की गोबर से खाद बनाने का काम भी शुरू हो चुका है, जिससे की गोशाला से आय भी पैदा हो सके.

गोशाला में 435 से ज्यादा पशु पल रहे हैं. इस गोशाला में गोबर को इकट्ठा करके कुलन्हा मऊ पहुंचाया जा रहा है, जहां पर इससे खाद बनाई जा रही है.
उमेश चंद्र, गोशाला प्रभारी, जौनपुर

जौनपुर: सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं और किसानों की समस्या बने गोवंशों के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में गोशाला स्थापित की है, लेकिन फिर भी इन गोशालाओं में अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण बेजुबान पशुओं को ही व्यवस्थाओं की खामियां से जूझना होता है.

जानकारी देते गोशाला प्रभारी.

नगर पालिका के द्वारा संचालित है आदर्श गोशाला

जौनपुर में नगर पालिका के द्वारा संचालित एक गोशाला आदर्श गोशाला के रूप में स्थापित हो रही है. इस गोशाला में जहां 435 से ज्यादा पशु इन दिनों पल रहे हैं, वहीं इस गोशाला में पशुओं को अलग तरीके से रखने की व्यवस्था भी की गई है.

इस गोशाला में गाय, सांड़ और बछड़ों को अलग-अलग रखा जाता है. कमजोर और बीमार पशुओं को भी अलग से रख कर उनकी देखभाल और पोषण दिया जाता है. गोशाला में सीसीटीवी भी लगाया गया है. इस गोशाला की गोबर से खाद बनाने का काम भी शुरू हो चुका है, जिससे की गोशाला से आय भी पैदा हो सके.

गोशाला में 435 से ज्यादा पशु पल रहे हैं. इस गोशाला में गोबर को इकट्ठा करके कुलन्हा मऊ पहुंचाया जा रहा है, जहां पर इससे खाद बनाई जा रही है.
उमेश चंद्र, गोशाला प्रभारी, जौनपुर

Intro:जौनपुर।। सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं और किसानों की समस्या बने गोवंशो के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में गौशाला स्थापित की है लेकिन फिर भी इन गौशालाओं में अच्छी व्यवस्था ना होने के कारण बेजुबान पशुओं को ही व्यवस्थाओं की खामियां से जूझना होता है लेकिन जौनपुर में नगर पालिका के द्वारा संचालित एक गौशाला आदर्श गौशाला के रूप में स्थापित हो रही है । इस गौशाला में जहां 435 से ज्यादा पशु इन दिनों पल रहे हैं। वहीं इस गौशाला में पशुओं को अलग तरीके से रखने की व्यवस्था भी की गई है। इस गौशाला में गाय ,सांड और बछड़ों को अलग-अलग रखा जाता है । वही कमजोर और बीमार पशुओं को भी अलग से रख कर उनकी देखभाल और पोषण दिया जाता है। गौशाला में सीसीटीवी भी लगाया गया है । वही इस गौशाला की गोबर से खाद बनाने का काम भी शुरू हो चुका है जिससे की गौशाला से हाय भी पैदा हो सके।


Body:वीओ।। प्रदेश सरकार ने बेसहारा पशुओं के लिए हर जिले में बड़ी संख्या में गौशाला यहां स्थापित की है। गौशालाओं में जहां पशुओं को रखकर उनके भरण-पोषण की व्यवस्था हो रही है ।वहीं किसानों को इन पशुओं के नुकसान से बचाया भी जा रहा है। जौनपुर में दो दर्जन से ज्यादा गौशाला संचालित हो रही हैं। वही इन गौशालाओं के बीच में नगर पालिका के द्वारा संचालित कृषि भवन स्थित गौशाला एक आदर्श गौशाला के रूप में स्थापित हो गई है। इस गौशाला में जहां इन दिनों 435 से ज्यादा पशु है तो वहीं गौशाला में गाय, सांड और बछड़ों को रखने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है । यही नहीं इस गौशाला में बीमार और कमजोर पशुओं को अलग रखा जा रहा है ताकि उन पर ज्यादा ध्यान दिया जा सके। गौशाला में सीसीटीवी भी लगाया गया है जिससे कि अधिकारी अपने मोबाइल से ही गौशाला में पशुओं की देखरेख कर सके। वही इस गौशाला में अब पशुओं की गोबर को इकट्ठा करके कुलन्हा मऊ स्थित प्लांट में पहुंचाया जा रहा है जहां इस गोबर से खाद बनाने का काम शुरू हो चुका है। इस खाद जहां गौशाला को अतिरिक्त आय पैदा होगी वहीं किसानों को एक जैविक खाद भी मिल सकेगी।


Conclusion: कृषि भवन स्थित गौशाला प्रभारी उमेश चंद ने बताया कि उनकी गौशाला में 435 से ज्यादा पशु पल रहे हैं ।वहीं इस गौशाला में गोबर को इकट्ठा करके कुलन्हा मऊ पहुंचाया जा रहा है जहां पर इससे खाद बनाई जा रही है।

बाइट- उमेश चंद गौशाला प्रभारी


पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
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