ETV Bharat / state

जौनपुर: स्मार्ट मीटर के मनमाने बिल से बिगड़ रहा उपभोक्ताओं का बजट

यूपी के जौनपुर जिले में इन दिनों बिजली उपभोक्ता नए स्मार्ट मीटर लगने से परेशान हैं. बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि नए स्मार्ट मीटर से मनमाना बिल वसूला जा रहा है.

स्मार्ट मीटर के मनमाने बिल से बिगड़ रहा उपभोक्ताओं का बजट
स्मार्ट मीटर के मनमाने बिल से बिगड़ रहा उपभोक्ताओं का बजट
author img

By

Published : Sep 12, 2020, 5:59 PM IST

Updated : Sep 13, 2020, 6:48 PM IST

जौनपुर: लोगों को निर्बाध बिजली मिल सके इसके लिए बिजली विभाग समय के साथ साथ नई तकनीकों का प्रयोग कर रहा है. इसके चलते अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे कि उपभोक्ता द्वारा इस्तेमाल किए गए हर यूनिट का बिजली का बिल वसूला जा सके. लेकिन इन दिनों बिजली विभाग के स्मार्ट मीटर के चलते लोगों के घरों का बजट बिगड़ चुका है. पहले जिन उपभोक्ताओं का बिजली का बिल कम आता था, उन्हीं उपभोक्ताओं का इन दिनों बिजली के उपकरणों का कम उपयोग करने के बाद भी ज्यादा बिल आ रहा है. जो लोगों को काफी परेशान कर रहा है. वहीं लगातार बिजली विभाग में ऐसे मनमाने बिलों की शिकायतें पहुंच रही हैं, लेकिन लोगों की समस्याओं का निवारण नहीं हो पा रहा है.

जानकारी देते अधीक्षण अभियंता, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम
जौनपुर में जहां पांच लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता शहरों में रहते हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है. वहीं अब बिजली विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं से बिल वसूलने की तैयारी कर ली है. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के मीटर लगाए जा चुके हैं. वहीं अब ग्रामीण उपभोक्ताओं से बिजली उपयोग का फिक्स चार्ज नहीं बल्कि मीटर की रीडिंग के अनुसार ही चार्ज वसूला जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्ता इससे काफी परेशान हैं. इन दिनों कोरोना वायरस के चलते जहां तीन महीने तक बिजली के मीटर की रीडिंग नहीं की गई. वहीं औसत के आधार पर बिजली का बिल भी भेजा गया था. लेकिन यह बिल उनके उपयोग से काफी ज्यादा था.शहर में बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत है कि लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर की वजह से बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है, जिसकी कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ता मनमाने बिजली के बिलों से परेशान हैं. शहर के काशीराम आवास में रहने वाले बिजली के उपभोक्ता पहले मीटर की रीडिंग के अनुसार बिजली का बिल देते थे. लेकिन कई सालों से मीटर खराब होने के बावजूद भी उनके मीटर नहीं बदले गए. वहीं बिजली का बिल भी मनमाना भेजा जा रहा है, जो हर महीने नहीं बल्कि छह महीने पर भेजा जाता है, जो काफी ज्यादा होता है.

जिन उपभोक्ताओं को बिजली बिल से शिकायत है. उनके यहां मीटर के बगल में एक दूसरा मीटर लगा कर उनकी रीडिंग को देखने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे कि मीटर की गड़बड़ी पकड़ ली जाती है. वहीं उनके खंड स्तर पर ऐसी शिकायतें लगातार आ रही हैं, जिनका निवारण भी किया जा रहा है.
ई. एके मिश्रा, अधीक्षण अभियंता, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम

जौनपुर: लोगों को निर्बाध बिजली मिल सके इसके लिए बिजली विभाग समय के साथ साथ नई तकनीकों का प्रयोग कर रहा है. इसके चलते अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे कि उपभोक्ता द्वारा इस्तेमाल किए गए हर यूनिट का बिजली का बिल वसूला जा सके. लेकिन इन दिनों बिजली विभाग के स्मार्ट मीटर के चलते लोगों के घरों का बजट बिगड़ चुका है. पहले जिन उपभोक्ताओं का बिजली का बिल कम आता था, उन्हीं उपभोक्ताओं का इन दिनों बिजली के उपकरणों का कम उपयोग करने के बाद भी ज्यादा बिल आ रहा है. जो लोगों को काफी परेशान कर रहा है. वहीं लगातार बिजली विभाग में ऐसे मनमाने बिलों की शिकायतें पहुंच रही हैं, लेकिन लोगों की समस्याओं का निवारण नहीं हो पा रहा है.

जानकारी देते अधीक्षण अभियंता, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम
जौनपुर में जहां पांच लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता शहरों में रहते हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की संख्या इससे कई गुना ज्यादा है. वहीं अब बिजली विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं से बिल वसूलने की तैयारी कर ली है. इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के मीटर लगाए जा चुके हैं. वहीं अब ग्रामीण उपभोक्ताओं से बिजली उपयोग का फिक्स चार्ज नहीं बल्कि मीटर की रीडिंग के अनुसार ही चार्ज वसूला जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्ता इससे काफी परेशान हैं. इन दिनों कोरोना वायरस के चलते जहां तीन महीने तक बिजली के मीटर की रीडिंग नहीं की गई. वहीं औसत के आधार पर बिजली का बिल भी भेजा गया था. लेकिन यह बिल उनके उपयोग से काफी ज्यादा था.शहर में बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत है कि लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर की वजह से बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है, जिसकी कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ता मनमाने बिजली के बिलों से परेशान हैं. शहर के काशीराम आवास में रहने वाले बिजली के उपभोक्ता पहले मीटर की रीडिंग के अनुसार बिजली का बिल देते थे. लेकिन कई सालों से मीटर खराब होने के बावजूद भी उनके मीटर नहीं बदले गए. वहीं बिजली का बिल भी मनमाना भेजा जा रहा है, जो हर महीने नहीं बल्कि छह महीने पर भेजा जाता है, जो काफी ज्यादा होता है.

जिन उपभोक्ताओं को बिजली बिल से शिकायत है. उनके यहां मीटर के बगल में एक दूसरा मीटर लगा कर उनकी रीडिंग को देखने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे कि मीटर की गड़बड़ी पकड़ ली जाती है. वहीं उनके खंड स्तर पर ऐसी शिकायतें लगातार आ रही हैं, जिनका निवारण भी किया जा रहा है.
ई. एके मिश्रा, अधीक्षण अभियंता, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम

Last Updated : Sep 13, 2020, 6:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.