जौनपुर: देश इन दिनों दोहरी लड़ाई लड़ रहा है. एक ओर जहां देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है तो वहीं सीमा पर सैनिक चीनी सैनिकों से लड़ रहे हैं. लद्दाख सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए. इस हमले में कई चीनी सैनिकों के भी हताहत होने की खबर है. इस मामले को लेकर अब राजनीतिक दल भी सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट के बाद जौनपुर जिले में भी कांग्रेस के प्रदेश अनुसूचित मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष भगवती प्रसाद चौधरी ने भारतीय सैनिकों की मौत पर दु:ख व्यक्त किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि उनका सीना 56 इंच का है, लेकिन इस समय चीनी सीमा पर तनाव में उनका यह सीना कहीं नहीं दिखाई दे रहा है. उनको देशवासियों के सामने आकर हकीकत बतानी चाहिए.
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हमारी धरती मां, हमारी संप्रभुता खतरे में है। हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। क्या हम चुप बैठे रहेंगे?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
भारत की जनता सच की हकदार है, उसे ऐसे नेतृत्व की दरकार है जो हमारी जमीन छिनने से पहले अपनी जान देने के लिए तैयार हो।
सामने आइए @narendramodi जी, चीन का सामना करने का वक्त आ गया है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2020
भारत की जनता सच की हकदार है, उसे ऐसे नेतृत्व की दरकार है जो हमारी जमीन छिनने से पहले अपनी जान देने के लिए तैयार हो।
सामने आइए @narendramodi जी, चीन का सामना करने का वक्त आ गया है।हमारी धरती मां, हमारी संप्रभुता खतरे में है। हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। क्या हम चुप बैठे रहेंगे?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2020
भारत की जनता सच की हकदार है, उसे ऐसे नेतृत्व की दरकार है जो हमारी जमीन छिनने से पहले अपनी जान देने के लिए तैयार हो।
सामने आइए @narendramodi जी, चीन का सामना करने का वक्त आ गया है।
अनुसूचित मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष भगवती प्रसाद चौधरी सहित कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जिले में भदोही कांड के पीड़ितों से मिलने आया था. इस दौरान भगवती प्रसाद चौधरी ने देश के प्रधानमंत्री पर तल्ख टिप्पणी भी की. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों की शहादत खाली नहीं जानी चाहिए. इस मामले पर प्रधानमंत्री को देश के सामने आकर पक्ष रखना चाहिए और हकीकत बतानी चाहिए.
बता दें कि 45 साल बाद भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसक झड़प हुई है. सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए थे. पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है.