जालौन: जिले में कोरोना वायरस के लक्षण अभी तक किसी में नहीं मिले हैं, लेकिन गैर प्रांतों से वापस आए ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कहीं ऐसी स्थिति पैदा न कर दें. इसके लिए जिले के सभी विकास खंडों में अलग-अलग चरणों में क्रमबद्ध तरीके से प्रधानों की बैठक आयोजित की गई.
गांव तक न पहुंचे कोरोना इसके लिए की गई बैठक
मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य कोरोना बीमारी को गांव स्तर तक आने से रोकना है. गैर प्रांतों से आए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को होम क्वॉरेंटीन किया जाना आवश्यक है.
प्रधान सेवक गांव में जाकर लोगों को लॉकडाउन के अनुसरण को सुनिश्चित कराएंगे और वापस आए मजदूर और ग्रामवासियों को 14 दिनों तक अपने घर में ही रहने के लिए बाध्य करेंगे.
9 विकास खंडों में प्रधानों की बैठक आयोजित की गई है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा गया है. इस बैठक में प्रधानों को निर्देश दिए गए हैं कि उन लोगों की सूची तैयार करें जो गांव में दूसरे राज्य से काम करके वापस आए हुए हैं. ऐसे व्यक्तियों में अगर कोई बीमार है तो उसको 14 दिन तक होम क्वॉरेंटीन करना अति आवश्यक है.
प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी, जालौन