जौनपुरः बाजार में जहां इन दिनों दिवाली की रौनक देखी जा रही है. वहीं सर्राफा कारोबारियों के चेहरे पर मायूसी दिख रही है. दिवाली की रौनक बाजारों में दिखने लगी है, लेकिन सोने चांदी की दुकानों पर कोई ग्राहक नहीं दिख रहा है. आर्थिक मंदी से जौनपुर के सर्राफा कारोबारी अभी तक नहीं उबर सके हैं.
नवरात्र लगने के बाद सर्राफा कारोबारी मंदी से उबरने का अनुमान लगा रहे थे, लेकिन सोने और चांदी के ऊंचे दामों की वजह से अभी भी ग्राहक उनकी दुकानों तक नहीं पहुंच रहे हैं. इस वजह से सर्राफा कारोबार 80 से 90 फीसदी तक प्रभावित है. वहीं इस मंदी में सैकड़ों की संख्या में कारीगरों को अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा है.
बढ़ गई है सोने-चांदी की कीमत
जिले का सर्राफा कारोबार काफी बड़ा है. यहां से प्रतिदिन 10 करोड़ से ज्यादा के सोने और चांदी की बिक्री होती है, लेकिन यह कारोबार इन दिनों आर्थिक मंदी की वजह से जूझ रहा है. जहां सोना 40 हजार तक पहुंच गया है. वहीं चांदी ने भी रिकॉर्ड स्थापित कर रखा है. इसकी वजह से ग्राहक सर्राफा की दुकानों तक नहीं पहुंच रहे हैं.
पढ़ें- 9 साल में ही जौनपुर सरकारी अस्पताल के आवास हो गए खंडहर
सर्राफा कारोबारी नरेंद्र ने बताया कि आर्थिक मंदी की वजह से उनका धंधा चौपट हो गया है. वहीं इन दिनों उन्हें अपने दुकान का खर्चा और कारीगरों की मजदूरी भी निकालनी मुश्किल हो रही है. जौनपुर सर्राफा कारोबारी संघ के अध्यक्ष विनय ने बताया कि आर्थिक मंदी के चलते उनका कारोबार 90 फीसदी तक प्रभावित है. वहीं इन दिनों बड़ी संख्या में काम न मिलने के कारण कारीगरों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है.