जौनपुरः पुलिस ने बहादुर कुत्ते शौर्य की राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी. वह बीते नौ साल से पुलिस विभाग को अपनी सेवाएं दे रहा था. अंतिम विदाई के दौरान कई पुलिस अफसर गमगीन नजर आए.
जानकारी के मुताबिक, बहादुर कुत्ते शौर्य का जन्म 4 जुलाई 2014 को हुआ था. उसकी ट्रेनिंग मध्य प्रदेश के टेकनपुर बीएसएफ सेंटर में हुई थी. डॉग हैंडलर बबलू सिंह शौर्य को जौनपुर पुलिस लाइन लेकर आए थे. यहां उसे जनपद के पुलिस बेड़े में शामिल किया गया था.
शौर्य ने जनपद में घटने वाली कई वारदातों जैसे हत्या, लूट, डकैती और चोरी आदि के अनावरण में उल्लेखनीय योगदान दिया. कई घटनास्थल पर गंध के सहारे शौर्य ने अपराधियों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई. पुलिस विभाग को उसके कार्यों पर बेहद गर्व है.
शौर्य की मृत्यु से पूरा पुलिस विभाग शोक में है. बहादुर कुत्ते शौर्य को पूरे राजकीय सम्मान के साथ जनपद के वरिष्ठ अधिकारीगणों एवं कर्मचारियों ने विदाई दी. जौनपुर पुलिस महकमे शौर्य की मृत्यु से शोक में हैं. शौर्य की उपलब्धियों को लेकर पुलिसकर्मी चर्चा कर रहे हैं और उसे याद कर रहे हैं. अपराध के खिलाफ शौर्य की निभाई गई अहम भूमिका को अफसर याद कर सराहते नहीं थक रहे हैं. उनका कहना है शौर्य ने अपनी अहम भूमिका से कई बार कई अपराधों के खुलासे में पुलिस विभाग का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था.