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जौनपुर की गोशालाओं में पशुओं को मिल रहा आधा पेट चारा - जौनपुर जिलाधिकारी

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गोशालाओं की स्थिति लगातार दयनीय होती जा रही है. दरअसल गोशालाओं में पल रहे गोवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है.

गोशाला की स्थिति बदतर.
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Published : Jul 25, 2019, 5:31 PM IST

जौनपुर: योगी सरकार प्रदेश में गोशालाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इस प्रयास के बावजूद भी गोशालाओं में पल रही गायों की स्थिति अच्छी नहीं है. जौनपुर जिले में 18 अस्थायी गोशाला संचालित हो रही हैं. इनमें 1600 से ज्यादा गोवंश पल रहे हैं. इन गोशालाओं में पल रहे गोवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है.

गोशाला की स्थिति बदतर.

भुखमरी के कगार पर पशु

  • सरकार प्रति पशु के भरण-पोषण के लिए 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देती है, लेकिन महंगे भूसे और शुगर होने के कारण इतने कम पैसे में उन्हें भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है.
  • यही हाल रहा तो निश्चित रूप से इतने कम पैसों में इनकी सेहत सुधरने के बजाय बिगड़ने लगेगी, अधिकारी भी सरकार के इस भरण-पोषण की राशि में बढ़ोतरी की बात कह रहे हैं.
  • प्रदेश की गोशालाओं में लाखों की संख्या में गोवंश पल रहे हैं. इन गोवंश को सरकार भरण-पोषण के नाम पर 30 रुपये प्रति पशु दे रही है, जो बहुत कम है.
  • इतने कम पैसे में महंगाई के कारण गोशाला में गाय को केवल 3 किलो भूसा ही मिल पा रहा है, जिसके कारण गायों का आधा पेट ही भर पा रहा है.
  • भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके इन पशुओं की हालत अब बिगड़ने लगी है, गोशालाओं की देख-रेख में लगे अधिकारी भी खुद इस पैसे को कम बता रहे हैं.

जौनपुर: योगी सरकार प्रदेश में गोशालाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन इस प्रयास के बावजूद भी गोशालाओं में पल रही गायों की स्थिति अच्छी नहीं है. जौनपुर जिले में 18 अस्थायी गोशाला संचालित हो रही हैं. इनमें 1600 से ज्यादा गोवंश पल रहे हैं. इन गोशालाओं में पल रहे गोवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है.

गोशाला की स्थिति बदतर.

भुखमरी के कगार पर पशु

  • सरकार प्रति पशु के भरण-पोषण के लिए 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से देती है, लेकिन महंगे भूसे और शुगर होने के कारण इतने कम पैसे में उन्हें भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है.
  • यही हाल रहा तो निश्चित रूप से इतने कम पैसों में इनकी सेहत सुधरने के बजाय बिगड़ने लगेगी, अधिकारी भी सरकार के इस भरण-पोषण की राशि में बढ़ोतरी की बात कह रहे हैं.
  • प्रदेश की गोशालाओं में लाखों की संख्या में गोवंश पल रहे हैं. इन गोवंश को सरकार भरण-पोषण के नाम पर 30 रुपये प्रति पशु दे रही है, जो बहुत कम है.
  • इतने कम पैसे में महंगाई के कारण गोशाला में गाय को केवल 3 किलो भूसा ही मिल पा रहा है, जिसके कारण गायों का आधा पेट ही भर पा रहा है.
  • भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके इन पशुओं की हालत अब बिगड़ने लगी है, गोशालाओं की देख-रेख में लगे अधिकारी भी खुद इस पैसे को कम बता रहे हैं.
Intro:जौनपुर।। योगी सरकार प्रदेश में गौशालाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन इस प्रयास के बावजूद भी गौशालाओं में पल रही गायों की स्थिति अच्छी नहीं है। जौनपुर जनपद में 18 अस्थाई गौशाला संचालित हो रही हैं जिनमें 16 सौ से ज्यादा गोवंश पल रहे हैं। इन गौशालाओं में पल रहे गौवंश को आधा पेट चारा ही मिल पा रहा है क्योंकि सरकार प्रति पशु के भरण-पोषण के लिए ₹30 प्रतिदिन के हिसाब से देती है लेकिन महंगे भूसे और शुगर होने के कारण इतने कम पैसे में उन्हें भरपेट चारा नहीं मिल पा रहा है ।यही हाल रहा तो निश्चित रूप से इतने कम पैसो में इनकी सेहत सुधरने के बजाय बिगड़ने लगी है। अधिकारी भी सरकार के इस भरण-पोषण की राशि में बढ़ोतरी की बात कह रहे हैं जिससे कि गोवंश के स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सके।


Body:वीओ।। हमारे देश में गाय को गौ माता का दर्जा दिया जाता है लेकिन आज उसी गौ माता की हालत उत्तर प्रदेश की गौशालाओं में अच्छी नहीं है। प्रदेश की गौशालाओं में लाखों की संख्या में गोवंश पल रहे हैं । इन गौवंश को सरकार भरण पोषण के नाम पर 30 रुपये प्रति पशु दे रही है जो बहुत कम है। इतने कम पैसे में महगाई के कारण गौशाला में गाय को केवल 3 किलो भूसा ही मिल पा रहा है जिसके कारण गायों का आधा पेट ही भर पा रहा है। भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके इन पशुओं की हालत अब बिगड़ने लगी है। गौशालाओं की देखरेख में लगे अधिकारी भी खुद इस पैसे को कम बता रहे हैं । सरकार से इस राशि में कुछ बढ़ोतरी करे तो गौशाला में गायो कि सेहत सुधर सके।


Conclusion:बाइट-लाल जी राम - एडीओ पंचायत अधिकारी

पीटीसी

Dharmendra singh
jaunpur
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