जौनपुर: लाॅकडाउन में सभी स्कूल और काॅलेज बंद हैं. लेकिन जिले में एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चों की पढ़ाई चल रही है. इस प्राइमरी स्कूल में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए टीचर लाउडस्पीकर के माध्यम से पढ़ा रहें हैं.
रोजाना एक घंटे लाउडस्पीकर से कराई जा रही पढ़ाई
जिले के प्राथमिक विद्यालय लाडेपुर में रोजाना लाउडस्पीकर लगाकर एक घंटे पढ़ाई कराई जा रही है. स्कूल के अध्यापकों ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए यह तरीका निकाला गया है.
अध्यापकों ने बताया कि कुछ बच्चे स्कूल आते हैं और उन्हे सोशल डिस्टेंस के साथ बैठाया जाता है और बाकी छात्र-छात्राएं अपने घर पर ही रहकर पढ़ाई करते हैं. इसलिए स्कूल की छत पर लाउडस्पीकर लगाया गया है, ताकि घर में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों तक आवाज पहुंच सके.
स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि इसके अलावा अभिभावकों के व्हाट्सएप पर होमवर्क भेजा जाता है और छात्रों से फोन पर बात कर उन्हें इसके बारे में समझाया जाता है. उन्होंने बताया कि रोजाना शाम को 4 से 5 बजे तक इस तरह से पढ़ाई कराई जा रही है.
लाउडस्पीकर की आवाज सुनकर घरों से बाहर निकल आते हैं बच्चे
जैसे ही लाउडस्पीकर पर अध्यापक की आवाज सुनाई देती है, प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने घरों के बाहर काॅपी-किताब लेकर बैठ जाते हैं और अध्यापक की आवाज सुनकर पढ़ाई करने लगते हैं.
कक्षा चार की छात्रा नेहा ने बताया कि देश में कोरोना वायरस का संकट चल रहा है, लेकिन पढ़ाई बंद नहीं है. अध्यापक के द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है और वो घर पर ही बैठकर पढ़ते हैं.
वहीं एक अन्य छात्रा सेजल तिवारी ने बताया कि लाॅकडाउन में सभी काम ठप है लेकिन पढ़ाई बाधित नहीं है. लाउडस्पीकर और माइक के माध्यम से स्कूल के अध्यापक रोजाना पढ़ाई करा रहें हैं और वो सब घर में बैठकर और कभी स्कूल में आकर पढ़ाई कर रहें हैं.
विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए निकाला गया यह तरीका
प्रधानाध्यापक बृजेश कुमार पांडे ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से इस बार परीक्षा भी नहीं हुई. लाॅकडाउन कब तक चलेगा इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए रोजाना शाम को 4 से 5 बजे तक लाउडस्पीकर के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है.