जौनपुर: जनपद में हर साल बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया जाता है, लेकिन रखरखाव ठीक से न होने के कारण इनमें से ज्यादा पेड़ नष्ट हो जाते हैं. वहीं सड़कों की चौड़ीकरण और रेलवे के दोहरी करण के कारण बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई हुई है. जिसके कारण जनपद का वृक्ष क्षेत्रफल काफी घट गया है. यही हाल रहा तो जनपद का पर्यावरण खतरे में होगा. इसी को देखते हुए इस साल जनपद में 59 लाख पौधे लगाए जाने की योजना है, जिसकी तैयारी बुधवार से शुरू कर दी गई है.
- विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पर्यावरण को बचाने के लिए शासन स्तर से गोष्ठी आयोजित की जाती है और हर साल बड़ी संख्या में पेड़ लगाने का खाका भी खींचा जाता है.
- जनपद में हरियाली का क्षेत्रफल लगातार घटता जा रहा है, जिसके कारण जनपद का पर्यावरण बिगड़ चुका है.
- प्रशासन स्तर से हर साल बड़ी संख्या में लाखों में पेड़ लगाए जाते हैं, लेकिन इन पेड़ों की उचित देखभाल न होने के कारण ज्यादातर पेड़ नष्ट हो जाते हैं.
- इनमें सरकार का काफी पैसा भी खर्च होता है, जिसका लाभ नहीं मिल पाता है.
- इस बार पर्यावरण दिवस के मौके पर जनपद के मुख्य वन अधिकारी की तरफ से 59 लाख पौधे लगाने की शुरुआत की गई है.
- पिछली बार से पेड़ों की संख्या चार गुनी है. इससे पर्यावरण को बचाने में काफी मदद मिलेगी.
- जनपद के मुख्य वन्य अधिकारी एपी पाठक का कहना है लगातार वृक्षारोपण किए जाने के कारण वन आच्छादन बढ़ा है.