जालौन: यूपी राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल बुधवार को उरई विकास भवन सभागार पहुंचीं. उन्होंने महिलाओं से जुड़े मामलों को गंभीरता से सुना. इसके साथ ही करीब 13 मामलों का निस्तारण भी किया, जो पिछले कई दिनों से लंबित पड़े हुए थे और उन्होंने अधिकारियों को मामलों का तुरंत निस्तारण करने का निर्देश दिया. डॉ. कंचन जायसवाल ने कहा कि घरेलू हिंसा के खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी पड़ेगी.
राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल ने टीम के साथ महिलाओं की समस्याओं को सुना और उनका समाधान भी कराया. जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से आईं शिकायतों को कंचन जायसवाल ने देखा. साथ ही उन समस्याओं को गंभीरता से लिया. महिलाओं से उनकी समस्याओं के बारे में पूछते हुए उन्हें संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाए. उन्होंने मौके पर 13 समस्याओं का निराकरण करते हुए उन महिलाओं को हक दिलाया, जो पिछले कई समय से परेशान चल रही थीं. वहीं, उन्होंने मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जो भी शिकायत महिलाओं से जुड़ी उनके पास आती हैं, उनका 3 से 7 दिन के अंदर निस्तारण कर दिया जाए.
यह भी पढ़ें: पंचायत ने किशोरी की आबरू की कीमत लगाई सवा लाख रुपये, जानें फिर क्या हुआ
राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. कंचन जायसवाल ने बताया कि सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील है. इसलिए महिलाओं की समस्याओं पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं. वहीं, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में बच्चियों की तबीयत बिगड़ने पर उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि टीम के सदस्यों के साथ स्कूल का निरीक्षण किया जाएगा और छात्राओं से बात करके उनकी समस्याओं जाना जाएगा. विद्यालय में खराब खाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप