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जालौन: प्रधान के बेटे ने भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचे अधिकारियों के सामने किया हंगामा - गड़ेरना गांव

गड़ेरना गांव में विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचे अधिकारियों के सामने प्रधान के बेटे ने जमकर हंगामा किया. इससे अधिकारियों को जांच को बीच में छोड़कर ही वापस लौटना पड़ा.

ग्राम प्रधान के बेटे ने अधिकारियों के सामने किया हंगामा.
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Published : Jun 28, 2019, 11:47 PM IST

जालौन: माधौगढ़ ब्लाक के गड़ेरना गांव में प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों में अनियमितताओं की जांच करने पहुंचे अधिकारियों ने जनसुनवाई की. इस दौरान प्रधान के दबंग बेटे ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके चलते रेंडर थाना की पुलिस को बुलाया गया और मामले को शांत कराया गया. मामला बढ़ता देख अधिकारी जांच को अधूरा छोड़कर चलते बने, जिस पर ग्राम वासियों ने अधिकारियों पर प्रधान के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया.

क्या है पूरा मामला:

  • मामला उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर गड़ेरना गांव का है.
  • ग्रामीणों ने प्रधान के द्वारा कराए गए सभी कार्यों की जांच के लिए जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर से शिकायत की थी.
  • शिकायत के बाद डीएम ने जांच टीम गठित कर दी.
  • डिप्टी डायरेक्टर कृषि विभाग आरके तिवारी और पीडब्ल्यूडी असिस्टेंट इंजीनियर वीरेंद्र कुमार गांव में जांच करने पहुंचे.
  • अधिकारियों ने सबसे पहले मनरेगा के तहत किए गए कार्यों की सूची गांव वालों के सामने रखी.
  • इस सूची में आधे से ज्यादा काम हुए ही नहीं.
    ग्राम प्रधान के बेटे ने अधिकारियों के सामने किया हंगामा.

प्रधान के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की खुली पोल

  • प्रधान ने कागजों पर बिना कराए गए कार्यों का भी भुगतान कर दिया.
  • मनरेगा के तहत मिलने वाले रोजगार में प्रधान ने भारी भ्रष्टाचार किया.
  • अपने ही खास लोगों को मनरेगा के तहत काम दिया गया.
  • लोगों को बिना काम किए ही उसका भुगतान कर दिया गया.
  • भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद प्रधान पुत्र ने ग्रामवासियों के सामने हंगामा करना शुरू कर दिया.
  • जांच टीम ने सुरक्षा को देखते हुए थाना रेंडर को फोन किया.
  • मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया.
  • प्रधान के पुत्र के बवाल मचाने के कारण अधिकारियों को जांच को अधूरा छोड़ कर ही भागना पड़ा.

ग्राम प्रधान ने पिछले 3 वित्तीय वर्ष में गांव में बिना विकास कराए ही सारे पैसे निकाल लिए और कागजों पर उन कामों को दर्शा दिया गया.
-नितिन, शिकायतकर्ता

जांच अधिकारी, आरके तिवारी ने बताया कि डीएम के निर्देश पर प्रधान के कार्यो की जांच के लिए यहां भेजा गया था, जिस पर गांव वालों की आपसी अव्यवस्थाओं के चलते जांच को बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा है. इसकी रिपोर्ट डीएम साहब को लिखित में दी जाएगी.

जालौन: माधौगढ़ ब्लाक के गड़ेरना गांव में प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों में अनियमितताओं की जांच करने पहुंचे अधिकारियों ने जनसुनवाई की. इस दौरान प्रधान के दबंग बेटे ने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके चलते रेंडर थाना की पुलिस को बुलाया गया और मामले को शांत कराया गया. मामला बढ़ता देख अधिकारी जांच को अधूरा छोड़कर चलते बने, जिस पर ग्राम वासियों ने अधिकारियों पर प्रधान के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया.

क्या है पूरा मामला:

  • मामला उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर गड़ेरना गांव का है.
  • ग्रामीणों ने प्रधान के द्वारा कराए गए सभी कार्यों की जांच के लिए जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर से शिकायत की थी.
  • शिकायत के बाद डीएम ने जांच टीम गठित कर दी.
  • डिप्टी डायरेक्टर कृषि विभाग आरके तिवारी और पीडब्ल्यूडी असिस्टेंट इंजीनियर वीरेंद्र कुमार गांव में जांच करने पहुंचे.
  • अधिकारियों ने सबसे पहले मनरेगा के तहत किए गए कार्यों की सूची गांव वालों के सामने रखी.
  • इस सूची में आधे से ज्यादा काम हुए ही नहीं.
    ग्राम प्रधान के बेटे ने अधिकारियों के सामने किया हंगामा.

प्रधान के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की खुली पोल

  • प्रधान ने कागजों पर बिना कराए गए कार्यों का भी भुगतान कर दिया.
  • मनरेगा के तहत मिलने वाले रोजगार में प्रधान ने भारी भ्रष्टाचार किया.
  • अपने ही खास लोगों को मनरेगा के तहत काम दिया गया.
  • लोगों को बिना काम किए ही उसका भुगतान कर दिया गया.
  • भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद प्रधान पुत्र ने ग्रामवासियों के सामने हंगामा करना शुरू कर दिया.
  • जांच टीम ने सुरक्षा को देखते हुए थाना रेंडर को फोन किया.
  • मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया.
  • प्रधान के पुत्र के बवाल मचाने के कारण अधिकारियों को जांच को अधूरा छोड़ कर ही भागना पड़ा.

ग्राम प्रधान ने पिछले 3 वित्तीय वर्ष में गांव में बिना विकास कराए ही सारे पैसे निकाल लिए और कागजों पर उन कामों को दर्शा दिया गया.
-नितिन, शिकायतकर्ता

जांच अधिकारी, आरके तिवारी ने बताया कि डीएम के निर्देश पर प्रधान के कार्यो की जांच के लिए यहां भेजा गया था, जिस पर गांव वालों की आपसी अव्यवस्थाओं के चलते जांच को बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा है. इसकी रिपोर्ट डीएम साहब को लिखित में दी जाएगी.

Intro:जालौन के माधौगढ़ ब्लाक के अंतर्गत गणेरना गांव में प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों में अनियमितताओं की जांच करने पहुंचे अधिकारियों पर गांव में जनसुनवाई के दौरान प्रधान पुत्र ने बवाल काट दिया जिसके चलते रेंडर थाना की पुलिस को बुलाया गया और मामले को शांत कराया गया लेकिन अधिकारी मामला बढ़ता देख प्रधान के कार्यों के भ्रष्टाचार की जांच को अधूरा छोड़ चलते बने जिस पर ग्राम वासियों ने अधिकारियों पर प्रधान के साथ मिलीभगत का आरोप तक लगा दिया


Body:मामला उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर गड़ेरना गांव का है जहां ग्राम वासियों ने प्रधान के द्वारा कराए गए सभी कार्यों की जांच के लिए शिकायत जिलाधिकारी डाक्टर मन्नान अख्तर से की थी जिस पर डीएम ने जांच टीम गठित कर प्रधान के द्वारा कराए गए कार्यों की जांच करने की बात कही जांच टीम अधिकारी डिप्टी डायरेक्टर कृषि विभाग आरके तिवारी और पीडब्ल्यूडी असिस्टेंट इंजीनियर वीरेंद्र कुमार गांव में जांच करने पहुंचे अधिकारियों ने सबसे पहले ही मनरेगा के तहत किए गए कार्यों की सूची गांव वालों के सामने रखी जिसमें से आधे से ज्यादा काम हुए ही नहीं और प्रधान ने कागजों पर उनका भुगतान कर लिया मनरेगा के तहत मिलने वाले गांव वालों को रोजगार में प्रधान ने भारी भ्रष्टाचार का उदाहरण पेश किया अपने ही खास लोगों को मनरेगा के तहत काम दिया गया और उन्हें बिना काम किए उसका भुगतान दिया गया जिसके चलते हैं प्रधान पुत्र ने ग्रामवासियों के सामने हंगामा काटना शुरू कर दिया जांच टीम ने सुरक्षा को देखते हुए थाना रेंडर को फोन किया और पुलिस को बुला लिया मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया लेकिन भ्रष्टाचार की परतें खुलने से प्रधान पुत्र ने बवाल मचाना जारी रखा जिसके चलते अधिकारियों को जांच को अधूरा छोड़ कर ही बीच में भागना पड़ा शिकायतकर्ता नितिन ने बताया की प्रधान ने पिछले 3 वित्तीय वर्ष में गांव में बिना विकास कराए ही सारे पैसे निकाल लिए और कागजों पर उन कामों को दर्शा दिया गया वहीं जांच अधिकारी आरके तिवारी ने बताया डीएम के निर्देश पर प्रधान के कार्यो की जांच के लिए यहां भेजा गया था जिस पर गांव वालों की आपसी अव्यवस्थाओं के चलते जांच को बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा है जिसकी रिपोर्ट डीएम साहब को लिखित में दी जाएगी

बाइट नितिन शिकायतकर्ता

बाइट आर के तिवारी जांच अधिकारी


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