जालौनः मामला उरई मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर सिरसा कलार थाना क्षेत्र का है, जहां सिकन्ना गांव के रहने वाले संतराम वाराणसी में पिछले कुछ सालों से रह रहे थे. चुनाव को देखते हुए प्रत्याशियों ने उन्हें वोट डालने के लिए गांव में बुला लिया था. इसके बाद संतराम अपने बड़े बेटे के यहां भोजन के लिए चले गए, जिसको लेकर छोटा बेटा बुरा मान गया.
जब संतराम बड़े बेटे गोविंद के यहां से वापस लौटे तो छोटे बेटे अरविंद ने पिता के साथ बहस शुरू कर दी. बात इतनी बढ़ गई कि पुत्र ने आवेश में आकर कुल्हाड़ी से हमला कर पिता को मौत के घाट उतार दिया और मौके से भाग गया. वारदात के बाद घर में कोहराम मच गया. मृतक की पत्नी ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
इसे भी पढ़ें- डॉ. कफील खान का CM YOGI को पत्र, कहा- मरीजों की सेवा करने का दें मौका
अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया मृतक संतराम के तीन बेटे हैं. बड़ा गोविंद है, वो गांव में रहता है. दूसरा आरोपी अरविंद, तीसरा लखन सूरत में रहकर काम करता है. मृतक संतराम तीन दिन पहले बनारस से वापस आया था और घर लौटकर अपने बड़े बेटे गोविंद के घर खाना खाने चले गए. इस बात को लेकर आरोपी अरविंद अपने पिता से नाराज हो गया.
पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अरविंद बंटवारे को लेकर भाइयों से हमेशा खुन्नस खाए रखता था. इसी के चलते आरोपी ने अपनी मां मूर्ती देवी के सामने अपने पिता पर कुल्हाड़ी से कई बार वार कर हत्याकर दी. तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है.