जालौन: प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जालौन से औरैया जिले को जोड़ने वाले जालौन-औरैया राजमार्ग को यमुना नदी के उफान के चलते बंद कर दिया गया है. इससे दिल्ली से इटावा जाने का रास्ता बंद हो गया है. इस कारण सैकड़ों की संख्या में ट्रक और छोटे वाहन रोड के किनारे खड़े कर दिए गए हैं. यमुना नदी की बाढ़ की वजह से हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. यमुना से सटे गांव शेरगढ़ से लेकर शंकरपुर, दिवारा, नैनापुर, भदेख जैसे कई गांवों के आस-पास पानी आ गया है जिस वजह से लोगों को ऊंचाई के स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.
बाढ़ की स्थिति इससे पहले 1996 और 1971 में देखने की मिली थी, लेकिन अभी की स्थिति बहुत ही भयानक है. पानी अधिक होने की वजह से जानवरों को चारा न मिल पाने से उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई है. हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. प्रशासन की तरफ से कोई खास सुविधा अभी तक नहीं मिल पाई है.
-गंगाराम, स्थानीय निवासी