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गड्ढामुक्त अभियान को मुंह चिढ़ा रहीं जालौन की सड़कें - जालौन में खराब सड़कों से राहगीरों को हो रही परेशानी

उत्तर प्रदेश के जालौन में माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोहन से माधौगढ़ सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. खराब सड़कों के चलते राहगीरों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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खराब सड़कों से राहगीरों को हो रही परेशानी.
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Published : Dec 16, 2019, 8:03 PM IST

जालौन: योगी सरकार ने 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया था, लेकिन महीना भर बीत जाने के बाद इस फरमान को जालौन जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारियों ने कोई तवज्जो नहीं दी. बता दें कि उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोहन से माधौगढ़ सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. आलम यह है कि इस रोड पर बीते 5 सालों में कोई भी काम विभाग की तरफ से नहीं किया गया है.

खराब सड़कों से राहगीरों को हो रही खासा परेशानी.

खराब सड़कें राहगीरों के लिए बनीं परेशानी का रोड़ा
जर्जर सड़क गोहन कुरसडा चितौरा होते हुए माधौगढ़ तक जाती है. इस सड़क से लगभग दोनों तरफ 1 दर्जन से अधिक गांव जुड़ते हैं. जगह-जगह सड़क टूटने और गड्ढे हो जाने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कुरसेड़ा निवासी लकी सेंगर बताते हैं कि पिछले 5 साल से सड़क की तरफ किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया है और न ही अभियान के तहत न ही इस सड़क को गड्ढामुक्त कराया गया है. सड़क खराब होने की वजह से हम लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है, आए दिन मोटरसाइकिल सवार इस सड़क से गिर जाते हैं, जिन्हें काफी चोटें आ जाती हैं. रात के वक्त चार पहिया वाहन भी यहां पर फंस जाते हैं.

एंबुलेंस संचालक महीप यादव ने बताया कि मेरी ड्यूटी 108 इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा में है और मैं माधौगढ़ में तैनात हूं. मुझे मरीजों को लेने के लिए गोहन कुर्सेला के आसपास आना पड़ता है, लेकिन सड़क खराब होने की वजह से मरीजों को लाने और ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. देरी होने की वजह से कई बार मरीजों की हालत भी बिगड़ जाती है.

जालौन: योगी सरकार ने 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया था, लेकिन महीना भर बीत जाने के बाद इस फरमान को जालौन जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारियों ने कोई तवज्जो नहीं दी. बता दें कि उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोहन से माधौगढ़ सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. आलम यह है कि इस रोड पर बीते 5 सालों में कोई भी काम विभाग की तरफ से नहीं किया गया है.

खराब सड़कों से राहगीरों को हो रही खासा परेशानी.

खराब सड़कें राहगीरों के लिए बनीं परेशानी का रोड़ा
जर्जर सड़क गोहन कुरसडा चितौरा होते हुए माधौगढ़ तक जाती है. इस सड़क से लगभग दोनों तरफ 1 दर्जन से अधिक गांव जुड़ते हैं. जगह-जगह सड़क टूटने और गड्ढे हो जाने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कुरसेड़ा निवासी लकी सेंगर बताते हैं कि पिछले 5 साल से सड़क की तरफ किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया है और न ही अभियान के तहत न ही इस सड़क को गड्ढामुक्त कराया गया है. सड़क खराब होने की वजह से हम लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है, आए दिन मोटरसाइकिल सवार इस सड़क से गिर जाते हैं, जिन्हें काफी चोटें आ जाती हैं. रात के वक्त चार पहिया वाहन भी यहां पर फंस जाते हैं.

एंबुलेंस संचालक महीप यादव ने बताया कि मेरी ड्यूटी 108 इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा में है और मैं माधौगढ़ में तैनात हूं. मुझे मरीजों को लेने के लिए गोहन कुर्सेला के आसपास आना पड़ता है, लेकिन सड़क खराब होने की वजह से मरीजों को लाने और ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. देरी होने की वजह से कई बार मरीजों की हालत भी बिगड़ जाती है.

Intro:योगी सरकार के गड्ढा मुक्त अभियान को जालौन जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी ठेंगा दिखा रहे हैं क्योंकि कागजों पर तो गड्ढा मुक्त अभियान वाहवाही बटोर रहा है लेकिन हकीकत में सड़कों का नजारा कुछ और ही है यह नजारा है गोहन से माधौगढ़ रोड का जहां आम लोगों को 8 किलोमीटर की दूरी पार करने में 45 मिनट का समय लग जाता है सड़कों की खस्ताहाल स्तिथि होने की वजह से परेशानी आम लोगों के साथ-साथ सरकारी एंबुलेंस को भी उठाना पड़ रहा है


Body:योगी सरकार ने 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश के सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त होने का फरमान जारी किया था लेकिन एक महीना अधिक बीत जाने के बाद भी इस फरमान का असर जालौन जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने अपने ऊपर से निकाल दिया गड्ढा मुक्त अभियान की इस योजना को धरातल पर देखा तो सड़कें गड्ढा युक्त ही नजर आए उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोहन से माधौगढ़ सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है आलम यह है कि इस रोड पर पिछले 5 साल में कोई भी काम विभाग की तरफ से नहीं किया गया है यह सड़क गोहन कुरसडा चितौरा होते हुए माधौगढ़ तक जाती है इस सड़क से लगभग दोनों तरफ 1 दर्जन से अधिक गांव जुड़ते हैं जगह-जगह सड़क टूटने और गड्ढे हो जाने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है कुरसेड़ा निवासी लकी सेंगर बताते हैं पिछले 5 साल से सड़क की तरफ किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया है और गड्ढा मुक्त अभियान के तहत ना ही इस सड़क को गड्ढा मुक्त कराया गया है सड़क खराब होने की वजह से हम लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है आए दिन मोटरसाइकिल सवार इस सड़क से गिर जाते हैं जिन्हें काफी चोटें आ जाती हैं रात के वक्त चार पहिया वाहन भी यहां पर फंस जाते हैं एंबुलेंस संचालक महीप यादव ने बताया कि मेरी ड्यूटी 108 इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा में है और मैं माधौगढ़ में तैनात हूं जिस वजह से मरीजों को लेने के लिए गोहन कुर्सेला के आसपास लेने आना पड़ता है लेकिन सड़क खराब होने की वजह से मरीजों को लाने और ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और देरी होने की वजह से कई बार मरीज की हालत बिगड़ भी जाती है गोहन में रह रहे शैलेंद्र पाराशर माधवगढ़ में स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं अक्सर अपनी गाड़ी से माधौगढ़ के लिए जाते हैं लेकिन इस रोड खराब होने की वजह से उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही है उनका कहना है कि मैं चार पहिया वाहन से अपने ऑफिस जाता हूं लेकिन रोड खराब अधिक होने की वजह से गाड़ी कई बार नीचे से टकरा जाती है जिसमें काफी नुकसान उठाना पड़ता है अब देखना यह होगा योगी सरकार का गड्ढा मुक्त अभियान अधिकारियों की लापरवाही के चलते गड्ढा युक्त अभियान बनकर रह गया है

बाइट महीप यादव एंबुलेंस चालक

बाइट लकी सेंगर स्थानीय निवासी

बाइट सुशील पाराशर राहगीर



Conclusion:
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