जालौन: योगी सरकार ने 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया था, लेकिन महीना भर बीत जाने के बाद इस फरमान को जालौन जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारियों ने कोई तवज्जो नहीं दी. बता दें कि उरई मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत गोहन से माधौगढ़ सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. आलम यह है कि इस रोड पर बीते 5 सालों में कोई भी काम विभाग की तरफ से नहीं किया गया है.
खराब सड़कें राहगीरों के लिए बनीं परेशानी का रोड़ा
जर्जर सड़क गोहन कुरसडा चितौरा होते हुए माधौगढ़ तक जाती है. इस सड़क से लगभग दोनों तरफ 1 दर्जन से अधिक गांव जुड़ते हैं. जगह-जगह सड़क टूटने और गड्ढे हो जाने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कुरसेड़ा निवासी लकी सेंगर बताते हैं कि पिछले 5 साल से सड़क की तरफ किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया है और न ही अभियान के तहत न ही इस सड़क को गड्ढामुक्त कराया गया है. सड़क खराब होने की वजह से हम लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है, आए दिन मोटरसाइकिल सवार इस सड़क से गिर जाते हैं, जिन्हें काफी चोटें आ जाती हैं. रात के वक्त चार पहिया वाहन भी यहां पर फंस जाते हैं.
एंबुलेंस संचालक महीप यादव ने बताया कि मेरी ड्यूटी 108 इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा में है और मैं माधौगढ़ में तैनात हूं. मुझे मरीजों को लेने के लिए गोहन कुर्सेला के आसपास आना पड़ता है, लेकिन सड़क खराब होने की वजह से मरीजों को लाने और ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. देरी होने की वजह से कई बार मरीजों की हालत भी बिगड़ जाती है.