जालौन: एनजीटी के सख्त आदेश के बाद जिला प्रशासन ने प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे पराली जलाने वाले किसानों पर शिकंजा कसा है. जिले में सेटेलाइट से ली गई फोटो के आधार पर कालपी, कोंच, जालौन और माधौगढ़ तहसील में पराली जलाने वाले 90 से अधिक किसानों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है. इसके अलावा प्रशासन के आदेश पर पुलिस ने 9 हार्वेस्टर को भी सीज कर दिया गया है. खेतों में पराली जलाने का डर किसानों के साथ-साथ अधिकारी और कर्मचारियों पर भी बना हुआ है. इसी वजह से कोच तहसील में कैलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव में कांच तहसीलदार ने जाकर डंडे से खेत में जल रही पराली को बुझाने का प्रयास किया.
90 से अधिक किसानों पर हुआ मुकदमा दर्ज
जिलेभर के अंदर अलग-अलग तहसीलों में 96 किसानों पर पराली जलाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर ने बताया कि किसानों के ऊपर कार्रवाई करके सात लाख रुपये के करीब जुर्माना वसूला गया है. खेतों में चल रहे हार्वेस्टर को पकड़कर सीज कर लिया गया है और किसानों को पराली न जलाने का संदेश लेखपालों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है.
अधिकारी और कर्मचारियों अपने ऊपर कारवाई होने के डर से इतने चौकाने हैं कि खेत में जाकर जल रही पराली को डंडे से बुझाने लगे हैं. हालांकि तहसीलदार का कहना है कि उस समय खेत में कोई मौजूद नहीं था और प्रदूषण फैलने के वजह से उसको मैंने प्रथम दृष्टया बुझाना ही सही समझा.