जालौन: बीते शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि के बाद जिले में 25 से 30 गांव के किसानों की फसल नुकसान हुआ था. इसी को लेकर सामाजिक न्याय एवं किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश निरंजन के नेतृत्व में किसानों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए किसानों को जल्द से जल्द फसल बीमा के तहत मदद करने की मांग रखी गई.
सामाजिक न्याय एवं किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश निरंजन ने कहा कि इन गांव में मटर, मसूर, चना, गेहूं आदि की फसलें पूर्णतया क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इसीलिए प्रभावित गांव में किसानों को 30 हजार रुपये प्रति बीघा मुआवजा दिया जाए. साथ ही इन प्रभावित गांव के किसान जो बैंक या समितियों से अपनी शाख का खाद बीज ले चुके हैं उनकी शाख बढ़ाने का आदेश संबंधित अधिकारियों को तत्काल रुप से दिया जाए, जिससे किसान दोबारा अपनी फसल की बुवाई कर सके.
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जिलाधिकारी ने बताया कि 33 गांवों में से 5-6 गांव ऐसे हैं, जहां शत-प्रतिशत नुकसान है. इन गांवों के सभी पंजीकृत किसानों को लाभान्वित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किसानों को भ्रम है कि हरी मटर की फसल का बीमा नहीं होता है. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि हरी मटर खरीदते समय जिन्होंने बीमा कंपनी में प्रीमियम जमा किया होगा, उनको 70 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा की धनराशि दी जाएगी. आम बीमा पर 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर से दिया जाएगा.