हाथरस: जिले में ऑक्सीजन की कालाबाजारी शुरू हो गई है. ऑक्सीजन सिलेंडर देने के बदले एक युवक से 25 हजार रुपये की मांग की गई. इसका एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है. मामले की जांच करने एसडीएम सदर अंजलि गंगवार अलीगढ़ रोड स्थित उस गैस एजेंसी पर पहुंची, जिस पर यह आरोप लगा था. एसडीएम ने इस संबंध में शिकायतकर्ता से बातचीत करते हुए उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
हाथरस में बढ़ रही ऑक्सीजन सिलेंडर के कालाबाजारी. एक सिलेंडर ऑक्सीजन की कीमत 25 हजार रुपयेहाथरस नगर की मधुगढ़ी वाल्मीकि बस्ती में रहने वाले दीपक कुमार की पत्नी ममता देवी कई दिनों से बीमार हैं. उनका अलीगढ़, आगरा के अस्पतालों में भी इलाज हुआ, लेकिन ऑक्सीजन की कमी होने के कारण कहीं भी अधिक समय के लिए भर्ती नहीं किया गया. दीपक ने अपनी पत्नी को बागला अस्पताल की इमरजेंसी में भी भर्ती किया था, लेकिन वहां भी अधिक देर ऑक्सीजन नहीं मिली. अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए दीपक ने घर पर ही ऑक्सीजन देने का निर्णय लिया. इसके लिए उसने पहले 1200 रुपये में एक सिलेंडर ऑक्सीजन खरीदी, उसके बाद दूसरे ऑक्सीजन सिलेंडर के 6 हजार रुपये चुकाए. जब उसे और ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी, तो उसे उसकी कीमत 25 हजार रुपये बताई गई, जिसके बाद युवक ने मामले की शिकायत पुलिस प्रशासन से की.
हरकत में आया प्रशासन
इस मामले की जानकारी होते ही प्रशासन हरकत में आ गया. एसडीएम सदर अंजलि गंगवार उस गैस एजेंसी पर जा पहुंची, जहां से 25 हजार रुपये में एक सिलेंडर ऑक्सीजन देने की बातचीत हुई थी, लेकिन यह गैस एजेंसी बंद मिली. इसके बाद एसडीएम ने और भी गैस एजेंसी का निरीक्षण किया.
इसे भी पढ़ें- हाथरस जिला अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद, मरीज परेशान
होगी कठोर कार्रवाई
एसडीएम अंजलि गंगवार ने बताया कि कोरोना महामारी के समय में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है. हमें जानकारी मिली थी कि चौहान गैस एजेंसी पर सिलेंडर बहुत ज्यादा कीमत में बेचा जा रहा है. शिकायत मिली थी कि एक सिलेंडर की 25 हजार रुपये की डिमांड की जा रही है. उसके दृष्टिगत यहां पर स्थलीय निरीक्षण किया गया. दुकान मौके पर बंद है. शिकायतकर्ता को मौके पर बुलाया गया है. पहले उसे नॉर्मल रेट में ऑक्सीजन सिलेंडर मिला था, बाद में ज्यादा रेट की डिमांड की गई थी. एसडीएम ने कहा कि यदि शिकायत पाई गई, तो इस गैस एजेंसी मालिक के खिलाफ कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि बीमार महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.