हाथरस: कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार युवा स्वयंसेवकों का सहयोग लेगी. इसे लेकर जिला प्रशासन ने कमेटी का गठन किया है. सीएमओ डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि 18 से 30 साल की उम्र के बीच का कोई भी युवा ऑनलाइन पंजीकरण करके कोविड-19 स्वयंसेवक बन सकता है. स्वयंसेवक परीक्षण कमेटी के अध्यक्ष जिला अधिकारी हैं. जिले में अब तक 147 स्वयंसेवक पंजीकृत हुए हैं.
स्वयंसेवक पर्यवेक्षण कमेटी के अध्यक्ष जिलाधिकारी प्रवीण कुमार हैं. मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर, अपर जिला अधिकारी जेपी सिंह, सीएमओ डॉ.बृजेश राठौर, एसीएमओ डॉ. संतोष कुमार , यूनिसेफ से हैदर रिजवी ,नेहरू युवा केंद्र से दिव्या शर्मा तथा एनएसएस डॉ. एम शर्मा इसके सदस्य हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.बृजेश राठौर ने बताया कि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और महानिदेशक स्वास्थ्य के निर्देशों के अनुसार स्वयंसेवकों की सहायता ली जाएगी. इनका मुख्य योगदान कोरोना से राहत कार्य में होगा. यह लोग प्रचार-प्रसार में भी मदद करेंगे, जिन जगहों पर होम क्वारंटीन परिवारों के घर पर आशा कार्यकर्ताओं की ओर से फ्लायर नहीं लगाया होगा, वहां फ्लायर लगवाना भी सुनिश्चित कराएंगे. कोरोना के संभावित मरीजों के बारे में सूचना उपलब्ध कराना भी इनके जिम्मे होगा.
सीएमओ ने बताया कि स्वयंसेवक बनने के लिए dgmhup.gov.in/en/volunteer रजिस्ट्रेशन लिंक पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है. इनकी स्वयं सेवा की अवधि प्रारंभ में तीन महीने की होगी, जिसे कोविड-19 के दृष्टिगत विस्तारित किया जा सकता है. सेवा अवधि पूर्ण होने के पश्चात एक प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जाएगा. युवाओं के पास एंड्रॉयड फोन होना अनिवार्य है और इसके लिए उन्हें कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा.
हाथरस: कोरोना से जंग में स्वयंसेवक देंगे सहयोग - fight against corona
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में कोरोना से निपटने के लिए सरकार अब स्वयंसेवकों की मदद ले रही है. इसके लिए 18 से 30 वर्ष के युवा ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं.
हाथरस: कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार युवा स्वयंसेवकों का सहयोग लेगी. इसे लेकर जिला प्रशासन ने कमेटी का गठन किया है. सीएमओ डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि 18 से 30 साल की उम्र के बीच का कोई भी युवा ऑनलाइन पंजीकरण करके कोविड-19 स्वयंसेवक बन सकता है. स्वयंसेवक परीक्षण कमेटी के अध्यक्ष जिला अधिकारी हैं. जिले में अब तक 147 स्वयंसेवक पंजीकृत हुए हैं.
स्वयंसेवक पर्यवेक्षण कमेटी के अध्यक्ष जिलाधिकारी प्रवीण कुमार हैं. मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर, अपर जिला अधिकारी जेपी सिंह, सीएमओ डॉ.बृजेश राठौर, एसीएमओ डॉ. संतोष कुमार , यूनिसेफ से हैदर रिजवी ,नेहरू युवा केंद्र से दिव्या शर्मा तथा एनएसएस डॉ. एम शर्मा इसके सदस्य हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.बृजेश राठौर ने बताया कि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और महानिदेशक स्वास्थ्य के निर्देशों के अनुसार स्वयंसेवकों की सहायता ली जाएगी. इनका मुख्य योगदान कोरोना से राहत कार्य में होगा. यह लोग प्रचार-प्रसार में भी मदद करेंगे, जिन जगहों पर होम क्वारंटीन परिवारों के घर पर आशा कार्यकर्ताओं की ओर से फ्लायर नहीं लगाया होगा, वहां फ्लायर लगवाना भी सुनिश्चित कराएंगे. कोरोना के संभावित मरीजों के बारे में सूचना उपलब्ध कराना भी इनके जिम्मे होगा.
सीएमओ ने बताया कि स्वयंसेवक बनने के लिए dgmhup.gov.in/en/volunteer रजिस्ट्रेशन लिंक पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है. इनकी स्वयं सेवा की अवधि प्रारंभ में तीन महीने की होगी, जिसे कोविड-19 के दृष्टिगत विस्तारित किया जा सकता है. सेवा अवधि पूर्ण होने के पश्चात एक प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया जाएगा. युवाओं के पास एंड्रॉयड फोन होना अनिवार्य है और इसके लिए उन्हें कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा.