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हाथरस: सिर्फ जिला अस्पताल में ही बना है 6 बेड का आइसोलेशन वार्ड - हाथरस में कोरोना का प्रभाव

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सिर्फ जिला अस्पताल में कोरोना पीड़ितों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. वहीं कोरोना मरीज संबंधी किसी भी जानकारी के लिए जिला क्षय रोग केंद्र में संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जो 24 घंटे खुला रहता है.

हाथरस समाचार
हाथरस जिला अस्पताल
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Published : Mar 22, 2020, 10:29 AM IST

हाथरस: जिले में कोरोना वायरस पीड़ित को इलाज देने के लिए सिर्फ जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष भी बनाया है, जिसमें 24 घंटे एक अधिकारी की तैनाती की गई है, जहां कोरोना वायरस से पीड़ित के बारे में सूचना दी जा सकती है.

जानकारी देते मुख्य चिकित्साधिकारी.

जिले में कोरोना पीड़ित मरीज को इलाज देने के लिए जिला अस्पताल में छह बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार है. वहीं कोरोना के मरीज संबंधी किसी भी जानकारी के लिए जिला क्षय रोग केंद्र में संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जो 24 घंटे खुला रहता है. इसमें लोग टोल फ्री नंबर के अलावा जिला एपेडेमियोलॉजिस्ट और जिला सर्विलेंस अधिकारी के फोन नंबर पर भी जानकारी ले और दे सकते हैं.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. उसके अलावा हमारा कंट्रोल रूम बना हुआ है, जो क्षय रोग के कक्ष में बना हुआ है, जिसमें 24 घंटे अधिकारी कर्मचारी उपलब्ध हैं. वहां इस संबंध में सूचना दी जा सकती है. उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं आया है. 28 दिन पहले एक संदिग्ध केस आया था, जो निगेटिव निकला था. इसकी ट्रैकिंग पूरी हो चुकी है.

वहीं हाथरस जिला काफी छोटा है, लेकिन उसके हिसाब से भी स्वास्थ्य विभाग की कोरोना को लेकर की गई तैयारी कम ही नजर आ रही है. हालांकि पंचायती राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह भी आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर चुके हैं.

ये भी पढ़ें- हाथरस: विकास कार्यों की पुस्तक में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही, एक ही सड़क को बनाया 4 बार

हाथरस: जिले में कोरोना वायरस पीड़ित को इलाज देने के लिए सिर्फ जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष भी बनाया है, जिसमें 24 घंटे एक अधिकारी की तैनाती की गई है, जहां कोरोना वायरस से पीड़ित के बारे में सूचना दी जा सकती है.

जानकारी देते मुख्य चिकित्साधिकारी.

जिले में कोरोना पीड़ित मरीज को इलाज देने के लिए जिला अस्पताल में छह बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार है. वहीं कोरोना के मरीज संबंधी किसी भी जानकारी के लिए जिला क्षय रोग केंद्र में संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, जो 24 घंटे खुला रहता है. इसमें लोग टोल फ्री नंबर के अलावा जिला एपेडेमियोलॉजिस्ट और जिला सर्विलेंस अधिकारी के फोन नंबर पर भी जानकारी ले और दे सकते हैं.

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. उसके अलावा हमारा कंट्रोल रूम बना हुआ है, जो क्षय रोग के कक्ष में बना हुआ है, जिसमें 24 घंटे अधिकारी कर्मचारी उपलब्ध हैं. वहां इस संबंध में सूचना दी जा सकती है. उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में कोरोना का कोई पॉजिटिव केस नहीं आया है. 28 दिन पहले एक संदिग्ध केस आया था, जो निगेटिव निकला था. इसकी ट्रैकिंग पूरी हो चुकी है.

वहीं हाथरस जिला काफी छोटा है, लेकिन उसके हिसाब से भी स्वास्थ्य विभाग की कोरोना को लेकर की गई तैयारी कम ही नजर आ रही है. हालांकि पंचायती राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह भी आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर चुके हैं.

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