हाथरसः पोषण माह के अंतर्गत मंगलवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं और बच्चों के भोजन में हरी सब्जियां शामिल करने के लिए जागृत किया गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है, जिसके कारण कुपोषण को समाप्त करने में समय लग रहा है.
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गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी हरी सब्जियां
जिले में आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियां खाने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई मां नहीं चाहती कि उनका बच्चा कमजोर और कुपोषित रहे. बच्चों को स्वस्थ और होनहार बनाने में हर मां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है, लेकिन सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है. कार्यक्रम में जहां गर्भवती महिलाओं की गोद भराई हुई वहीं छोटे बच्चों का अन्नप्राशन भी किया गया.
पोषण माह के दौरान वे लोग समुदाय आधारित गतिविधियां करते हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाएं और दो वर्ष से छोटे बच्चों की देखभाल पर फोकस करना हैं. कोशिश है कि हर मां यह जान पाए कि उसका बच्चा किस तरह से बढ़ रहा है और उसके पोषण के लिए क्या -क्या आवश्यक है.
-डीके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी