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हाथरस: पोषण माह के दौरान गर्भवती महिलाओं को खानपान के प्रति किया गया प्रेरित

उत्तर प्रदेश के हाथरस में पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियों की तरफ प्रेरित कर उनके लिए गोद भराई की रस्में आयोजित की गई.

पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन.
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Published : Sep 25, 2019, 8:49 AM IST

हाथरसः पोषण माह के अंतर्गत मंगलवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं और बच्चों के भोजन में हरी सब्जियां शामिल करने के लिए जागृत किया गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है, जिसके कारण कुपोषण को समाप्त करने में समय लग रहा है.

पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन.

इसे भी पढ़ें- बाराबंकीः स्वस्थ रहने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बच्चों को सिखा रहीं तौर तरीके

गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी हरी सब्जियां
जिले में आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियां खाने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई मां नहीं चाहती कि उनका बच्चा कमजोर और कुपोषित रहे. बच्चों को स्वस्थ और होनहार बनाने में हर मां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है, लेकिन सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है. कार्यक्रम में जहां गर्भवती महिलाओं की गोद भराई हुई वहीं छोटे बच्चों का अन्नप्राशन भी किया गया.

पोषण माह के दौरान वे लोग समुदाय आधारित गतिविधियां करते हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाएं और दो वर्ष से छोटे बच्चों की देखभाल पर फोकस करना हैं. कोशिश है कि हर मां यह जान पाए कि उसका बच्चा किस तरह से बढ़ रहा है और उसके पोषण के लिए क्या -क्या आवश्यक है.
-डीके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी

हाथरसः पोषण माह के अंतर्गत मंगलवार को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं और बच्चों के भोजन में हरी सब्जियां शामिल करने के लिए जागृत किया गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है, जिसके कारण कुपोषण को समाप्त करने में समय लग रहा है.

पोषण माह के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यक्रम का आयोजन.

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गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी हरी सब्जियां
जिले में आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को हरी सब्जियां खाने के लिए प्रेरित किया. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई मां नहीं चाहती कि उनका बच्चा कमजोर और कुपोषित रहे. बच्चों को स्वस्थ और होनहार बनाने में हर मां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है, लेकिन सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है. कार्यक्रम में जहां गर्भवती महिलाओं की गोद भराई हुई वहीं छोटे बच्चों का अन्नप्राशन भी किया गया.

पोषण माह के दौरान वे लोग समुदाय आधारित गतिविधियां करते हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाएं और दो वर्ष से छोटे बच्चों की देखभाल पर फोकस करना हैं. कोशिश है कि हर मां यह जान पाए कि उसका बच्चा किस तरह से बढ़ रहा है और उसके पोषण के लिए क्या -क्या आवश्यक है.
-डीके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी

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एंकर- हाथरस में आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोजित एक कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने मौजूद सासों से कहा कि वे अपनी अपनी बहुओं का अच्छे से ख्याल रखें,उन्हें अच्छा-अच्छा खिलाएं पिलाएं तभी उन्हें एक अच्छा और स्वस्थ पोता मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोई मां नहीं चाहती कि उसका बच्चा कमजोर और कुपोषित रहे ।बच्चों को स्वस्थ और होनहार बनाने में हर मां अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती है ।लेकिन सामाजिक रूढ़ियों के चलते खानपान की आदत में परिवर्तन नहीं हो रहा है। इसलिए कुपोषण को समाप्त करने में समय लग रहा है।


Body:वीओ1- पोषण माह के दौरान आंगनवाड़ी केंद्रों पर दिन प्रतिदिन समुदाय आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत मंगलवार को जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा बच्चों के भोजन में हरी सब्जियां शामिल करने के उद्देश्य पोषण वाटिका लगाने हेतु जागृत किया गया। इस कार्यक्रम में जहां गर्भवती महिलाओं की गोद भराई हुई वहीं छोटे बच्चों का अन्नप्राशन भी हुआ। एक गर्भवती महिला गीता ने बताया कि आज उसकी गोद भराई हुई है।उसे बताया गया कि इस दौरान उसे अपना किस तरह से ख्याल रखना है। वहीं जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि पोषण माह के दौरान हम लोग समुदाय आधारित गतिविधियां करते हैं ।उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य गर्भवती महिलाएं और दो वर्ष से छोटे बच्चों की देखभाल पर फोकस करना हैं। कोशिश है कि हर है कि हर मां यह जान पाए कि उसका बच्चा किस तरह से बढ़ रहा है और उसके पोषण के लिए क्या -क्या आवश्यक है।
बाईट1-गीता शर्मा- गोद भराई वाली गर्भवती महिला
बाईट2- डीके सिंह -जिला कार्यक्रम अधिकारी


Conclusion:वीओ2- सितंबर माह पोषण महा के रूप में मनाया जा रहा है। जिले भर के आंगनवाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल कैसे होनी है इस बात की जानकारी दी जा रही है ,लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

अतुल नारायण
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