बलिया: पूरे देश में नवरात्रि के पर्व को लेकर हर्षोल्लास का माहौल है. जिले में भी हर वर्ष बड़े धूमधाम के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाएं पंडालों में स्थापित की जाती रही है, लेकिन इस वर्ष मौसम की मार के कारण अभी तक पूजा पंडाल पूरी तरीके से तैयार नहीं हो पाए हैं. इसको लेकर पूजा समितियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही हैं. समितियों की मानें तो वे लोग जल्द से जल्द पूजा पंडाल को पूरा करने में जुटे हुए हैं.
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बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें
बलिया में सितंबर के माह में मौसम ने ऐसा खेल खेला कि आम जनमानस बुरी तरह प्रभावित हो गया. पहले गंगा में आई बाढ़ ने बलिया के लोगों को हैरान किया तो वहीं उसके बाद आसमान से आई आफत की बारिश ने जलजमाव कर लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया.
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पंडाल का निर्माण पड़ा अधूरा
पिछले सप्ताह हुई लगातार बारिश से दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाले पूजा समितियों के लिए मुसीबत आ गई है. बारिश से पूजा पंडाल पूरी तरह तैयार नहीं हो पाए हैं, इतना ही नहीं मां दुर्गा की मूर्ति भी अभी अंतिम रूप का इंतजार कर रही है. पूजा समितियों की मानें तो अब समय बहुत कम बचा है, इसलिए अधिक से अधिक मजदूर लगाकर जल्द ही इन पंडालों को पूरा कर मां की मूर्ति स्थापित कर दी जाएगी.
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राष्ट्रीय सांस्कृतिक समिति के सदस्य पिंटू ने बताया कि बारिश के कारण काफी असुविधा हुई है. अभी मूर्ति भी पूरी तरीके से तैयार नहीं हो पाई है. बारिश से नगर पालिका द्वारा बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए किए गए गड्ढे कीचड़ में तब्दील हो गए हैं. यदि कीचड़ और गड्ढे इसी तरह बने रहे तो इस बार भक्तों की संख्या पहले की अपेक्षा कम होगी.
बारिश से हुआ हजारों का नुकसान
बलिया मुख्यालय में करीब 25 स्थानों पर पंडाल लगाकर दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है. जिले के जापलीनगंज दुर्गा मंदिर के पास मां शारदा नवयुवक संघ समिति दुर्गा पूजा का आयोजन करती रही है, लेकिन इस बार लगातार हुई बारिश से लोगों को पंडाल निर्माण में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. संस्था के उपाध्यक्ष नारायण वर्मा ने बताया कि बारिश के कारण पंडाल के डेकोरेशन संबंधी कई सामान भीगकर नष्ट भी हो गए. ऐसे में संस्था को करीब 15 से 20 हजार का नुकसान भी उठाना पड़ा है.