हाथरस: बहुचर्चित हाथरस बिटिया कांड (hathras bitiya case) में बृहस्पतिवार को जिला न्यायालय में मामले की सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान केस के चारो आरोपी, पीड़ित पक्ष,पीड़ित पक्षकार वकील सीमा कुशवाहा (Sima Kushwaha) और सीबीआई (CBI) के वकील भी कोर्ट में पेश हुए. किसी प्रकार का निष्कर्ष न निकलने पर मामले की अगली सुनवाई 7 अक्टूबर की तय की है.
बचाव पक्ष के वकील मुन्ना सिंह ने बताया है कि सीबीआई को आज जिला कोर्ट में केस से जुड़े कुछ साक्ष्य प्रस्तुत करने थे, जिसे वह लेकर नहीं आये थे. इस कारण कोर्ट में आज मुख्य बिंदुओ पर जिरह हुई. कोर्ट ने निष्कर्ष न निकलने पर केस की अगली सुनवाई के लिए 7 अक्टूबर निर्धारित की है, जिसमें बिटिया की मां के बयान दर्ज होंगे.
यह था मामला
आपको बता दें कि 14 सितंबर 2020 को जिले की चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में दलित युवती के साथ गैंगरेप के बाद उसे जान से मारने की कोशिश की गई थी. जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने शुरुआत में इस मामले में लीपापोती करने की कोशिश की थी और गैंग रेप का मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया था. इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने रातों रात पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार करा दिया. जिसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया. मामला बढ़ता देख सरकार ने पहले इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया. लेकिन, बाद में राजनीतिक दबाव बढ़ने पर सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. इस मामले के चारो आरोपी संदीप, रवि, रामू और लवकुश फिलहाल अलीगढ़ जेल में बंद हैं. वहीं सीबीआई भी अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
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