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8 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े लेखपाल, जारी है कलम बंद हड़ताल

यूपी के लगभग सभी जनपदों में लेखपालों की हड़ताल जारी है. उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

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8 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े लेखपाल
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Published : Dec 17, 2019, 7:49 AM IST

उत्तर प्रदेश : प्रदेश भर में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आवाहन पर लेखपालों द्वारा कलम बंद हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. तहसीलों और जिला मुख्यालय पर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेखपालों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी सभी जायज मांगों को नहीं मान लेती है तब तक हम किसी भी तरह से धरना नहीं खत्म करेंगे.

8 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े लेखपाल.

लेखपालों की हड़ताल को अवैध घोषित
हाथरस में शासन की सख्ती के बाद भी लेखपाल अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. शासन स्तर से हड़ताल को अवैध घोषित किए जाने के बाद भी सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों के निस्तारण को लेकर धरना प्रदर्शन किया. जिले भर के लेखपालों ने नारेबाजी और प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ विरोध जताया.

लेखपालों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है, यह धरना जारी रहेगा. शासन स्तर से जो भी कार्यवाही होगी उसके लिए हम तैयार हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है. डीएम ने सभी लेखपालों को नो वर्क-नो पे के सिद्धांत के तहत वेतन रहित भी कर दिया है

27 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी
हरदोई जिले में लेखपालों का प्रदर्शन जारी है. इस वजह से तहसील स्तर पर होने वाले ज्यादातर काम ठप चल रहे हैं. वहीं अपनी मांगों को लेकर फिर तहसील पर सैकड़ों लेखपालों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की और आक्रोश व्यक्त किया. वहीं 26 दिसंबर तक धरना देने के बाद मांगे पूरी न होने की दशा में 27 दिसंबर को विधानसभा का घेराव किए जाने की चेतावनी भी दी है.

उत्तर प्रदेश : प्रदेश भर में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आवाहन पर लेखपालों द्वारा कलम बंद हड़ताल और धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. तहसीलों और जिला मुख्यालय पर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेखपालों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी सभी जायज मांगों को नहीं मान लेती है तब तक हम किसी भी तरह से धरना नहीं खत्म करेंगे.

8 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े लेखपाल.

लेखपालों की हड़ताल को अवैध घोषित
हाथरस में शासन की सख्ती के बाद भी लेखपाल अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. शासन स्तर से हड़ताल को अवैध घोषित किए जाने के बाद भी सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों के निस्तारण को लेकर धरना प्रदर्शन किया. जिले भर के लेखपालों ने नारेबाजी और प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ विरोध जताया.

लेखपालों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है, यह धरना जारी रहेगा. शासन स्तर से जो भी कार्यवाही होगी उसके लिए हम तैयार हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है. डीएम ने सभी लेखपालों को नो वर्क-नो पे के सिद्धांत के तहत वेतन रहित भी कर दिया है

27 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी
हरदोई जिले में लेखपालों का प्रदर्शन जारी है. इस वजह से तहसील स्तर पर होने वाले ज्यादातर काम ठप चल रहे हैं. वहीं अपनी मांगों को लेकर फिर तहसील पर सैकड़ों लेखपालों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की और आक्रोश व्यक्त किया. वहीं 26 दिसंबर तक धरना देने के बाद मांगे पूरी न होने की दशा में 27 दिसंबर को विधानसभा का घेराव किए जाने की चेतावनी भी दी है.

Intro:एंकर- हाथरस जनपद में शासन की सख्ती के बाद भी लेखपाल अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं शासन स्तर से हड़ताल को अवैध घोषित किए जाने के बाद भी सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों के निस्तारण को लेकर धरना प्रदर्शन किया जिले भर के लेखपालों ने नारेबाजी व प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ विरोध जताया है लेखपालों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है यह धरना जारी रहेगा शासन स्तर से जो भी कार्यवाही होगी उसके लिए हम तैयार हैं इस संबंध में जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है डीएम ने सभी लेखपालों को नो वर्क नो पे के सिद्धांत के तहत वेतन रहित भी कर दिया है lBody:विओ - दरअसल आपको बता दें कि प्रदेश भर में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आवाहन पर जनपद मुख्यालय पर लेखपालों द्वारा कलम बंद हड़ताल व धरना प्रदर्शन किया गया है तहसीलों व जिला मुख्यालय पर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर लेखपाल अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेखपालों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी सभी जायज मांगों को नहीं मान लेती है तब तक हम किसी भी तरह से धरना स्थल से नहीं उठाएंगे इसके लिए जो भी कुर्बानी हमें देनी पड़े हम उसके लिए तैयार हैं l वही उत्तर प्रदेश में शासन ने शक्ति करते हुए लेखपालों द्वारा की जाने वाली हड़ताल को अवैध घोषित कर दिया है उसके बावजूद भी लेखपालों द्वारा अगर धरना प्रदर्शन हड़ताल की जाती है तो शासन द्वारा उनके खिलाफ एस्मा की कार्यवाही की जाएगी लेकिन शासन की सख्ती के बाद भी लेखपालों ने सोमवार को हाथरस के कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर कलम बंद हड़ताल कर धरना प्रदर्शन किया लेखपालों के धरना प्रदर्शन करने से राजस्व विभाग में कामकाज पूरी तरह ठप रहा है जिससे प्रशासन को काफी असुविधा हो रही है और राजस्व के मामले में तहसीलों पर आने जाने वाले फरियादियों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है लेखपालों के कलम बंद हड़ताल पर जाने से लोग अपने काम नहीं करा पा रहे हैं वही इस संबंध में जिलाधिकारी ने शासन को रिपोर्ट भी भेज दी है जिलाधिकारी ने शासन की सख्ती के बाद भी लेखपालों द्वारा कलम बंद हड़ताल कर धरना प्रदर्शन किए जाने पर नो वर्क नो पे के सिद्धांत के तहत सभी लेखपालों को वेतन रहित भी कर दिया है लेकिन लेखपाल अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर अभी अड़े हुए हैं l

क्या है लेखपालों की आठ सूत्रीय मांग-
1-वेतन उच्चीकरणl
2-एसीपी विसंगति l
3-पदनाम बदलने l
4-भत्तों में वृद्धि l
5-मोटरसाइकिल भत्ता l
6-ई -डिस्ट्रिक्ट योजना के अंतर्गत प्रति आवेदन ₹5 l
7-पेंशन विसंगतिl
8- राजस्व उपनिरीक्षक सेवा नियमावली 2018 पर पीएम किसान का मानदेय l



बाइट -रामनिवास सिंह -जिला अध्यक्ष उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ हाथरस lConclusion:शासन स्तर से लेखपालों पर काम बंद कर हड़ताल करने के बाद शासन स्तर से पूरे उत्तर प्रदेश में लेखपालों की हड़ताल को अवैध घोषित कर दिया है शासन की सख्ती के बाद भी कई दिनों से हड़ताल कर रहे लेखपाल अभी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं वही लेखपालों का कहना है कि जब तक उनकी आठ सूत्रीय मांगों को सरकार नहीं मानती है जब तक वह कलम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल करते रहेंगे अब देखना यह होगा की क्या लेखपाल हड़ताल पर ही रहेंगे या शासन को लेखपालों के आगे झुकना पड़ेगा और उनकी मांगों को मानना पड़ेगा l
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