हाथरस : रंगभरी एकादशी से हाथरस में होली के रंग- गुलाल की धूम शुरू हो चुकी है. रविवार को श्री गोविंद भगवान को उनके मंदिर से डोले में बैठाकर नगर भ्रमण कराया गया, जहां नगरवासियों ने श्री गोविंद भगवान के साथ शहर भर में होली खेली. रंगभरी एकादशी से ही होली के मेलों की भी शुरुआत हो जाती है, जो होली के 15 दिन बाद तक चलते रहते हैं.
रविवार को नगर के घंटाघर स्थित श्री गोविंद भगवान के मंदिर से श्री गोविंद भगवान की रथ यात्रा शुरू हुई. इस बार यह गोविंद भगवान की 108वीं रथ यात्रा निकाली जा रही है. वार्ष्णेय समाज द्वारा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भगवान की यह यात्रा नगर के विभिन्न भागों से होकर गुजरी, जहां लोगों ने अपने भगवान के साथ रंग-गुलाल और फूलों की होली खेली.
वार्ष्णेय समाज के एक सदस्य प्रवीण वार्ष्णेय ने बताया कि ब्रज में बसंत पंचमी से ही होली की शुरुआत हो जाती है. हाथरस में श्री गोविंद भगवान प्रबंध समिति द्वारा रंग भरनी एकादशी के दिन गोविंद भगवान का डोला निकाला जाता है, जो नगर में रंग-गुलाल की होली खेलते हुए निकलता है. उन्होंने बताया कि आज के दिन से ही ब्रज में मेलों की शुरुआत भी हो जाती है.