हाथरस। यूपी के हाथरस की बिटिया के परिवार से सीबीआई ने आज फिर बिटिया की मां और उसके भाई को अपने कैंप कार्यालय पर बुलाकर पूछताछ की. दोनों सीआरपीएफ की सुरक्षा में सीबीआई के कैंप कार्यालय पहुंचे. अभी तक पीड़ित परिवार की सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस और पीएसी का था। पिछले दिनों इस परिवार की सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआरपीएफ को सौंप दी गई। अब सीआरपीएफ ने परिवार की सुरक्षा करना शुरू कर दिया है।
सीआरपीएफ रही सतर्क
बुधवार को सीबीआई ने फिर बिटिया की मां और भाई को अपने कैंप कार्यालय पर बुलाया था।जहां उनसे कुछ समय तक कुछ और जानकारियां ली गई। दोनों को सीआरपीएफ अपनी सुरक्षा व्यवस्था में साथ लेकर गई और साथ ही वापस लाई थी।
पहले सिविल पुलिस और पीएसी थी तैनात
मामले की शुरुआत से पीड़ित परिवार की सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस और पीएसी पर था। बिटिया के परिवार और एनएच से गांव तक के रास्ते पर सिविल पुलिस और पीएसी तैनात रही थी। अब परिवार की सुरक्षा का जिम्मा रविवार से सीआरपीएफ को सौंप दिया गया है।सीआरपीएफ अपने तरीके से इस परिवार की सुरक्षा व्यवस्था में जुटी हुई है।
यह है मामला
14 सितंबर को हाथरस की चंदपा कोतवाली के एक गांव में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था। इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी थी। तभी से आरोप प्रत्यारोपों के बीच यह मामला सुर्खियों में है। एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर सरकार को सौंप दी है। सीबीआई की जांच अभी जारी है।
हाथरस गैंगरेप कांडः बिटिया की मां और भाई से फिर हुई पूछताछ - बिटिया, मां, भाई, पूछताछ, अपराध
14 सितंबर को हाथरस की चंदपा कोतवाली के एक गांव में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था। सीबीआई ने आज फिर बिटिया की मां और उसके भाई को अपने कैंप कार्यालय पर बुलाकर पूछताछ की. इस दौरान ये विशेष फोर्स उनकी सुरक्षा में तैनात रही.
हाथरस। यूपी के हाथरस की बिटिया के परिवार से सीबीआई ने आज फिर बिटिया की मां और उसके भाई को अपने कैंप कार्यालय पर बुलाकर पूछताछ की. दोनों सीआरपीएफ की सुरक्षा में सीबीआई के कैंप कार्यालय पहुंचे. अभी तक पीड़ित परिवार की सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस और पीएसी का था। पिछले दिनों इस परिवार की सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआरपीएफ को सौंप दी गई। अब सीआरपीएफ ने परिवार की सुरक्षा करना शुरू कर दिया है।
सीआरपीएफ रही सतर्क
बुधवार को सीबीआई ने फिर बिटिया की मां और भाई को अपने कैंप कार्यालय पर बुलाया था।जहां उनसे कुछ समय तक कुछ और जानकारियां ली गई। दोनों को सीआरपीएफ अपनी सुरक्षा व्यवस्था में साथ लेकर गई और साथ ही वापस लाई थी।
पहले सिविल पुलिस और पीएसी थी तैनात
मामले की शुरुआत से पीड़ित परिवार की सुरक्षा का जिम्मा सिविल पुलिस और पीएसी पर था। बिटिया के परिवार और एनएच से गांव तक के रास्ते पर सिविल पुलिस और पीएसी तैनात रही थी। अब परिवार की सुरक्षा का जिम्मा रविवार से सीआरपीएफ को सौंप दिया गया है।सीआरपीएफ अपने तरीके से इस परिवार की सुरक्षा व्यवस्था में जुटी हुई है।
यह है मामला
14 सितंबर को हाथरस की चंदपा कोतवाली के एक गांव में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था। इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी थी। तभी से आरोप प्रत्यारोपों के बीच यह मामला सुर्खियों में है। एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर सरकार को सौंप दी है। सीबीआई की जांच अभी जारी है।