हाथरसः जिले में बहुचर्चित गैंगरेप में एक आरोपी की लवकुश की मां ने शुक्रवार को उस वक्त हंगामा काट दिया, जब भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद पीड़ित परिवार के साथ थे और वह अधिकारियों से मिलने जा रहे थे. इस दौरान आरोपी की मां मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी के आगे लेट गई और अपना सिर पीटने लगी.
इस दौरान आरोपी की मां चीख-चीख कर कह रही थी कि आज मेरे ऊपर से गाड़ियां निकलेंगी. आरोपी की मां ने कहा कि सालभर से देख रही हूं, सब उसी की मदद कर रहे हैं. जब मेरा बेटा साल भर तक जेल में रह सकता है तो मां भी मर सकती है.
आरोपी की मां पुलिस की गाड़ी के आगे लेट गई और अपने हाथों से गाड़ी में मारे और गाड़ी के बीच अपना सिर भी कई बार गाड़ी से टकराया. महिला ने कहा बेकसूर मेरा बच्चा था, उसे फंसा दिया. हमें इंसाफ क्यों नहीं मिल रहा है. आज यह मां इंसाफ लेकर रहेगी. उसने कहा कि उसकी घूरे को हटा दिया गया. आरोप लगाया कि मां-बेटी को मारकर घास काट रही थी फिर मुझे क्यों नहीं इंसाफ मिल रहा. अब तो सब क्लीयर हो गया है. उन्होंने यह भी कहा कि कौन है भीम आर्मी चंद्रशेखर, सब कोई मेरे ऊपर से निकलेंगे.
इसे भी पढ़ें-दलित कीड़े-मकोड़े नहीं, दलितों की असली ताकत का आज एहसास कराएंगे- चंद्रशेखर
बता दें कि आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर बृहस्पतिवार की देर शाम हाथरस रेप पीड़िता के गांव पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़िता के परिवार के लोगों के साथ रात बिताया. चंद्रशेखर शुक्रवार को जब पीड़ित परिवार की समस्याओं को लेकर अधिकारियों से मिलने जा रहे थे, तभी एक आरोपी की मां ने जमकर हंगामा किया.
यह था पूरा मामला
14 सितंबर 2020 को जिले की चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में दलित युवती के साथ दरिंदगी और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था. जिसके बाद इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. इस मामले के चारों आरोपी संदीप, रवि, रामू और लव कुश अलीगढ़ जेल में बंद हैं.