हाथरस: जिले के महासिंहपुर ग्राम पंचायत पानी की समस्या से जूझ रहा है. ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लेकर आना पड़ता है. जिसके कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिले के नगला मया गांव के रहने वाले चन्द्रपाल सिंह ने इस संकट से निजात पाने के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है. चंद्रपाल सिंह अपनी मासूम बेटियों के साथ अन्न जल त्यागकर पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीर लगाकर अखण्ड ज्योति जलाकर बैठ गए हैं.
पेयजल के लिए शुरू हुआ काम ठप
जिले में कई गांवों के लोग पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले चार साल से तमाम धरने, आंदोलन, भूखहड़ताल, रैली के बाद 2020 में पाइप लाइन पेयजल योजना की स्वीकृत मिली थी. मगर कुछ काम होने के बाद अब काम बंद पड़ा है. जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है. पेय जल की मांग के लिए आंदोलन की शुरुआत करने वाले चंद्रपाल सिंह अपनी मासूम बेटियों के साथ अन्न जल त्याग कर पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीर के सामने अखण्ड ज्योति जलाकर बैठे हैं. उनका कहना है कि ज्योति तब तक जलेगी जब तक कि उनकी ग्राम पंचायत के हर एक व्यक्ति को पीने का पानी नहीं मिल जाता.
काम रुकने से ग्रामीण परेशान
बता दें पाइपलाइन पेयजल योजना के तहत महासिंहपुर ग्राम पंचायत के तीन गांव को पीने का पानी पहुंचाने की स्वीकृति मिली है, लेकिन काम शुरु हुआ और फिर ठप हो गया. पानी की टंकी गांव नगला मया में बनाई गई है, जबकि ट्यूबवेल करीब 3 किलोमीटर दूर बनाया गया है. ग्रामीणों की मांग है कि खेतों में होकर आने वाली पाइप लाइन का काम जल्द से जल्द निपटा लिया जाए, वरना खेतों में धान की रोपाई के बाद पाइप लाइन डालना नामुमकिन हो जाएगा.
अगस्त 2021 तक पूरा होना था काम
पीने के पानी को लेकर आंदोलन कर रहे चन्द्रपाल सिंह ने बताया कि हमारे यहां खारे पानी की बहुत बड़ी समस्या है. इसके लिए अधिकारियों को तमाम पत्र लिखे गए, कई बार आंदोलन भी हुए. आखिरकार अगस्त 2020 में मंत्री महेंद्र सिंह जी के प्रयासों से पाइप पेयजल योजना की स्वीकृति मिली थी, लेकिन कहीं ना कहीं नौकरशाही की लापरवाही से काम पेंडिंग में पड़ा है. पिछले 10 महीने में आधा भी काम नहीं हुआ है. इस काम को अगस्त 2021 में पूरा होना था, लेकिन अब असंभव लगता है. इसलिए हम परेशान हैं.