हाथरस: आगरा से हाथरस पहुंचे ज्वाइंट डायरेक्टर हेल्थ डॉक्टर प्रदीप कुमार ने एम डी टीबी हॉस्पिटल में बने कोविड एल-2 अस्पताल में बने पीकू वार्ड का गहनता से निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल के स्टाफ से मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. बच्चों का बुखार कैसे उतारेंगे. बुखार उतारने के लिए कौन से पानी का इस्तेमाल करेंगे जैसे सवाल डॉ. प्रदीप कुमार ने अस्पताल स्टाफ से पूछे.
स्टाफ नर्स समरीना ने बताया कि डॉ. प्रदीप कुमार ने उनसे पूछा कि जब कोविड पॉजिटिव बच्चा अस्पताल में आता है तो कैसे उसका इलाज किया जाता है. डॉ. प्रदीप कुमार ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का डेमो दिखाने के लिए भी कहा.
शासन द्वारा नामित पर्यवेक्षक आगरा के जेडी डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया संभावित कोरोना की तीसरी लहर की उम्मीद की जा रही है. तीसरी लहर का ज्यादा असर बच्चों पर दिखाई देने की संभावना है. इस स्थिति को संभालने के लिए कुछ तैयारियां की जा रही है. यह प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है. इससे बेहतर हम क्या कर सकते हैं. उस पर ध्यान दिया जा रहा है. स्टाफ नर्सों को हर तरीके का परीक्षण दिया जा रहा है.
ब्लैक फंगस के लिए दोबारा चिंता करने की नहीं पड़ेगी जरूरत
ब्लैक फंगस से बचाव के लिए अस्पताल प्रशासन से चर्चा की गई. इससे बचाव के लिए हर जरूर कदम उठाए जा रहे हैं. ब्लैक फंगस के लिए हमें दोबारा चिंता करने की जरूरत नहीं है. फिलहाल कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमे की तरफ से तैयारी पूरी हो चुकी है.
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