हाथरस: जिले के बीएसए दफ्तर में टीचरों की बर्खास्तगी संबंधित फाइलें जलाए जाने की खबर पर डीएम मुख्य विकास अधिकारी को साथ लेकर बीएसए दफ्तर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने जांच पड़ताल की. जांच के बाद जिला अधिकारी ने प्रेस नोट के जरिए जानकारी दी है कि पुराने रिकॉर्ड को कंप्यूटर में फीड कराए जाने के बाद फाइलों को नष्ट कराया गया है. बर्खास्तगी की जिन फाइलों को जलाकर नष्ट करने की खबर थी, वे फाइलें दफ्तर में सुरक्षित हैं.
दरअसल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में रखी कुछ पत्रावली और टीचरों की बर्खास्तगी संबंधी फाइलों को जलाकर नष्ट कराने की खबर जोरों पर थी. यह खबर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार तक पहुंची. इसके बाद मंगलवार को जिला अधिकारी प्रवीण कुमार मुख्य विकास अधिकारी आरबी भास्कर के साथ बीएसए दफ्तर जा पहुंचे. दफ्तर में बीएसए मनोज कुमार मिश्र मौजूद मिले.
जिलाधिकारी ने दफ्तर में पूरे मामले की जानकारी ली. साथ ही जांच-पड़ताल की. जिलाधिकारी की छानबीन में यह बात सामने आई कि बीएसए ने पुराने रिकॉर्ड को कंप्यूटर में फीड कराने के बाद उन्हें नष्ट करा दिया था. इसके अलावा बर्खास्तगी की जिन फाइलों को जलाकर नष्ट कराए जाने की खबर थी, वे सभी फाइलें जिलाधिकारी को दफ्तर में सुरक्षित मिली हैं. इसके बाद जिलाधिकारी ने प्रेस नोट जारी कर बर्खास्तगी की फाइलों को जलाने की खबर का खंडन किया.
बीएसए मनोज कुमार मिश्र पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में हैं. उनकी कार्यशैली तमाम लोगों को पसंद भी नहीं आ रही है. इसीलिए आए दिन उनके खिलाफ लोग मोर्चा खोलने की कोशिश में लगे रहते हैं. वहीं जांच पड़ताल के बाद बीएसए को क्लीन चिट मिली है.