हाथरसः सरकार भले ही स्वास्थ्य महकमे में सुधार के दावे कर रही हो. लेकिन हालात आज भी बद से बदतर है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अक्सर झोलाछाप के शिकार बनते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के हसायन थाना क्षेत्र से सामने आया है. यहां एक झोलाझाप डॉक्टर से इलाज कराने के बाद बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मौत के बाद परिवार वालों ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर थाने में लिखित शिकायत की है.
दरअसल, हसायन थाना क्षेत्र के हैदलपुर गांव में रहने वाले ओमवीर के बेटे हिमांशु को तीन-चार दिन पहले बुखार था. उसने अपने बीमार बेटे को गांव में ही एक झोलाछाप डॉक्टर से बुखार की दवा दिला दी. परिवार के लोगों के मुताबिक बच्चे को इंजेक्शन भी लगाया गया था. इसके बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी. जब उसने झोलाछाप से बच्चे की तबीयत बिगड़ने की बात कही तो वह गाली गलौज पर उतर आया. इस बात की शिकायत को लेकर परिवार के लोग थाने पहुंचे. पुलिस ने बच्चे की हालत को देखकर उसे हसायन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. जहां उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल से भी बच्चे को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया था लेकिन उसकी मौत हो गई.
पढ़ेंः अंबेडकरनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज की खुली पोल, मरीज बाहर से दवा खरीदने को मजबूर
मृतक के पिता ओमवीर ने बताया कि उसके बेटे को बुखार आया था. जिसकी दवा उसने गांव में ही कारे लाल से दिलाई थी. दवा खाने के बाद उसके शरीर पर चकत्ते पड़ने लगे थे. वहीं, बच्चे की मौत के बाद परिवार वालों ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को लेकर थाने में लिखित शिकायत की है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप