हाथरस: सिकंदराराऊ विधानसभा क्षेत्र के कस्बा सिकंदराराऊ में भारतीय जनता युवा मोर्चा के महामंत्री कृष्णा यादव की संदिग्ध मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर देरी से पहुंचे भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ वहां मौजूद लोगों ने जमकर नारेबाजी की. जिसके चलते उन्हें वहां से जाना पड़ा. जिले के कस्बा सिकंदराराऊ के मोहल्ला गौसगंज में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के महामंत्री कृष्णा यादव की संदिग्ध परिस्थिति में उसके घर में सिर में गोली लगने से मौत हो गई थी.
वहीं, उसे घटना के बाद गंभीर हालत में इलाज के लिए सिकंदराराऊ से अलीगढ़ के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. पुलिस ने घर के कमरे से एक तमंचा और कारतूस के खोखे बरामद किए हैं. साथ ही मामले की जांच जारी है. हालांकि इस वारदात में अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कृष्णा यादव ने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या की या फिर उसके साथ आपराधिक घटना घटित हुई है.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. उनके शव के साथ ही साथ तमाम हिंदूवादी नेता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे. शव के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचने के कई घंटों बाद सिकंदराराऊ के विधायक रहे और इस बार भी दोबारा प्रत्याशी बने वीरेंद्र सिंह राणा पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद लोगों ने कहा हम कार्यकर्ता हैं.
पांच घंटे हो गए चुनाव खत्म हुए. अब तुम्हारी शक्ल दिख रही है. लोगों ने कहा कि कृष्णा तुम्हारे लिए लड़ा था. इतना कहने के साथ ही इन लोगों ने वीरेंद्र सिंह राणा वापस जाओ, वापस जाओ और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. अपनी खिलाफत होते देखते भाजपा प्रत्याशी वहां से अपने कुछ समर्थकों के साथ निकल गए.
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