हाथरस: देशव्यापी लॉकडाउन से अन्य राज्यों में मजदूरी करने गए लोग फंसे हैं, जिससे उनके परिजन खासा परेशान हैं. यूपी में हाथरस स्थित एवरनपुर गांव के करीब 24 युवक महाराष्ट्र, तमिलनाडु में मजदूरी करते हैं, जिनमें से महाराष्ट्र में मजदूरी करने वाले युवक तो समय रहते घर वापस आ गए, लेकिन गांव के करीब 15 युवक अभी भी तमिलनाडु में फंसे हैं.
रोजगार ने होने मजदूरों के सामने रोटी का संकट
लॉक डाउन में जहां तमिलनाडु से अपने घर वापस नहीं आ पाने से मजदूर परेशान हैं, वहीं उनके परिजन भी चिंतित हैं. गांव एवरनपुर के करीब 15 युवक तमिलनाडु में फंसे हुए हैं. यह सभी युवक वहां मजदूरी कर अपना तो गुजारा करते ही हैं, बल्कि उन्हीं के रुपये से उनके परिवारों का गुजारा चलता है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते हुए लॉक डाउन में अब उनके पास न कोई रोजगार है और न ही खाने-पीने के लिए पैसे.
तमिलनाडु में मजदूरों को नहीं मिल रहा समय से खाना
गांव में मजदूरों के परिजन परेशान हैं कि उनके बच्चों को खाना भी ठीक से नहीं मिल पा रहा है. अभी तक उनके भेजे पैसों से उनका गुजारा चलता था. पर अब यह ग्रामीण सोच रहे हैं कि किसी तरह से बच्चों तक कुछ धनराशि पहुंच जाए, जिससे उनका गुजारा चलता रहे.
परिजनों को मजदूरों के घर वापस लौटने का इंतजार
गांव की एक वृद्धा पाना बताती हैं कि उनके दो बच्चे तमिलनाडु में फंसे हुए हैं. फोन से बच्चों से बात हो रही है, लेकिन समय से रोटी-पानी न मिल पाने से वह तंग हैं. वहीं गांव के भूदेव प्रसाद ने बताया कि 14-15 बच्चे वहां फंसे हुए हैं. उन्हीं के भेजे रुपये से हमारा घर चलता था. अब रोजगार न होने से बच्चे वहां तंग और हम सब यहां तंग हैं. इन युवकों के परिजनों को उनके घर वापस लौटने का इंतजार है.