हरदोईः जिले का संडीला क्षेत्र जोकि इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में मशहूर है. इसे मिनी नोएडा के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन अब संडीला इंडस्ट्रियल एरिया को असलहों के निर्माण के लिए भी जाना जाएगा. दरअसल, यहां पर वेबले और स्कॉट कंपनी ने अपनी फैक्ट्री बनाई है, जो जल्द ही पूरे भारत में असलहों की बिक्री करने जा रही है. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की तर्ज पर यहां छोटे असलहे निर्मित किए जाएंगे, जिनकी बिक्री पूरे देश में की जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' के साथ इसकी यहां शुरुआत हुई है और यहां असलहों के निर्माण का कार्य अब जल्द शुरू किया जाएगा. अब नवंबर से वेबले स्कॉट रिवॉल्वर का निर्माण प्रारंभ कर दिया जाएगा. वेबले स्कॉट कंपनी ने यह निर्णय वेबले स्कॉट कंपनी के रिवॉल्वर की मांग को देखते हुए लिया है.
ब्रिटेन की वेबले कंपनी ने लखनऊ की एक कंपनी स्याल मैन्युफैक्चरिंग से समझौता किया है. भारत में यह कंपनी की पहली यूनिट है, जो शुरुआत में रिवॉल्वर पिस्टल आदि का निर्माण कर रही है. दरअसल, वेबले स्कॉट कंपनी ने रिवॉल्वर की बढ़ती मांग को लेकर इसकी शुरुआत की है.
पहले चरण में 0.32 एमएम रिवॉल्वर का होगा निर्माण
बताया जाता है कि 2019 में इस कंपनी का निर्माण शुरू हुआ था. कंपनी नवंबर से बिक्री के लिए अपने असलहों की खेप उतारने जा रही है. वेबले एंड स्कॉट पहली ऐसी विदेशी कंपनी है, जो भारत में आर्म्स बनाएगी. विश्व प्रसिद्ध इस कंपनी ने संडीला इंडस्ट्री एरिया में अपनी यूनिट शुरू की है. पहले चरण में यहां पर 0.32 एमएम का रिवॉल्वर बनाया जाएगा. बता दें कि ब्रिटिश कंपनी वेबले एंड स्कॉट विश्व युद्ध के समय गठबंधन सेना को हथियार सप्लाई करती थी.
क्या कहते हैं वेबले एंड स्कॉट कंपनी के डायरेक्टर
विश्व प्रसिद्ध आयुध निर्माता वेबले एंड स्कॉट कंपनी के डायरेक्टर सुरेंद्र पाल सिंह ने कहा कि नई यूनिट में हम पिस्तौल, एयरगन, शॉटगन और गोला-बारूद का निर्माण करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने विशाल बाजार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए भारत और उत्तर प्रदेश राज्य में निवेश करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है और अतिशीघ्र असलहों की खेप बाजार में होगी. संभवत नवंबर में रिवॉल्वर की पहली खेप बाजार में उपलब्ध होगी.