हरदोई: एक तरफ प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क है, वहीं दूसरी ओर हरदोई में तैयार पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड की हालत बदहाल है. हरदोई के पंडित रामदयाल त्रिवेदी जिला चिकित्सालय में बने पीडियाट्रिक वार्ड में 5 वेंटिलेटर और 10 ऑक्सीजन बेड हैं. लेकिन, यहां रखे वेंटिलेटर कपड़ों से ढके हुए हैं. पूरा का पूरा वार्ड खाली पड़ा है. इससे साफ जाहिर होता है कि अस्पताल प्रशासन कोविड-19 से बच्चों की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से गंभीर नहीं है.
पूरी तरह से खाली पड़ा पीडियाट्रिक वार्ड
हरदोई के पंडित रामदयाल त्रिवेदी जिला चिकित्सालय के पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड में बच्चों के उपचार के लिए 5 वेंटीलेटर और 10 ऑक्सीजन बेड मौजूद हैं, लेकिन यह वार्ड पूरी तरह से खाली पड़ा है. वार्ड में लगे वेंटिलेटर को बेड शीट से ढका गया है, जबकि कोरोना संक्रमण के खतरनाक पलटवार के बाद विशेषज्ञों ने बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. इसे लेकर प्रदेश सरकार ने भी सभी मंडल मुख्यालय और जिला स्तर पर पीडियाट्रिक आईसीयू तैयार करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन हरदोई जिला अस्पताल प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं है.
पल्ला झाड़ते नजर आए जिम्मेदार
अस्पताल के खाली पड़े पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड को लेकर जब अस्पताल के अधीक्षक से सवाल किया गया, तो पहले वह किसी भी बात का जवाब देने को तैयार नहीं हुए. बाद में उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सभी चालू है और बच्चे इमरजेंसी में दिखाकर चले जाते है. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कोविड के कारण अस्पताल में ओपीडी बंद होने से यहां आने वाले मरीज कम है, इसकी वजह से पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड खाली है.
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हमारे पास पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड में 5 वेंटिलेटर और 10 ऑक्सीजन बेड हैं. वर्तमान समय में पेशेंट इमरजेंसी तक आते हैं और वापस लौट जाते हैं. इसके चलते पीडियाट्रिक वार्ड में कोई बच्चा भर्ती नहीं है. इसकी वजह से वेंटीलेटर को ढक दिया गया है.
-डॉ. एके शाक्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल