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हरदोई: इस बार बोर्ड परीक्षार्थियों को नहीं उतारने पड़ेंगे जूते-मोजे - हरदोई समाचार

उत्तर प्रदेश के हरदोई में इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संपन्न होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को अब जूते-मोजे नहीं उतारने पड़ेंगे. माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा इस बार नियमों में फेरबदल कर बोर्ड परीक्षार्थियों को खास सहूलियत दिए जाने की बात कही गई है.

बोर्ड परीक्षा
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Published : Nov 5, 2019, 11:11 PM IST

हरदोई: जिले में इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संपन्न होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को एक सहूलियत मिलेगी. हर वर्ष सभी छात्रों को जूते-मोजे उतारने पर विवश होना पड़ता था, वहीं उनकी तलाशी भी खुले में होती थी. अब इन बोर्ड परीक्षार्थियों को जूते व मोजे नहीं उतारने पड़ेंगे. इसके लिए सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वहीं जिले में 94000 से अधिक शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की चेकिंग भी खुले परिसर में न होकर कक्षाओं के बाहर होगी.

बोर्ड परीक्षार्थियों को नहीं उतारने पड़ेंगे जूते-मोजे.

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने दी बच्चों को सहूलियत

  • इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षार्थियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं.
  • साल दर साल बोर्ड परीक्षाओं में बढ़ती सख्ती के चलते बच्चों की संख्याओं में घटोत्तरी होती नजर आ रही थी.
  • इस बार नियमों में फेरबदल कर बोर्ड परीक्षार्थियों को खास सहूलियत दिए जाने के निर्देष जारी किए गए हैं.
  • अभी तक परीक्षा से पूर्व छात्र-छात्राओं के जूते मोजे उतारने पड़ते थे, इस बार ये समस्या बच्चों को नहीं झेलनी पड़ेगी.
  • इस आदेश के बाद बच्चों ने भी चैन की सांस ली है.
  • आंकड़ों की बात करें तो 2019 में हुई परीक्षाओं में करीब 107454 बच्चों ने परीक्षाएं दी थीं.
  • वर्ष 2020 के लिए 94591 बच्चों ने ही आवेदन किया है.
  • माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने कुछ ऐसे निर्देश जारी किए हैं.

इसे भी पढ़ें - आगरा को लगी दिल्ली वाली हवा, स्मॉग से बढ़ी परेशानी

प्राप्त निर्देशों के अनुसार सभी जनपद के जिम्मेदारों को सूचित किया जा चुका है. नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए भी इस बार तमाम रणनीतियां शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जा रही हैं.
-गजेंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

हरदोई: जिले में इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संपन्न होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को एक सहूलियत मिलेगी. हर वर्ष सभी छात्रों को जूते-मोजे उतारने पर विवश होना पड़ता था, वहीं उनकी तलाशी भी खुले में होती थी. अब इन बोर्ड परीक्षार्थियों को जूते व मोजे नहीं उतारने पड़ेंगे. इसके लिए सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वहीं जिले में 94000 से अधिक शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की चेकिंग भी खुले परिसर में न होकर कक्षाओं के बाहर होगी.

बोर्ड परीक्षार्थियों को नहीं उतारने पड़ेंगे जूते-मोजे.

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने दी बच्चों को सहूलियत

  • इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षार्थियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं.
  • साल दर साल बोर्ड परीक्षाओं में बढ़ती सख्ती के चलते बच्चों की संख्याओं में घटोत्तरी होती नजर आ रही थी.
  • इस बार नियमों में फेरबदल कर बोर्ड परीक्षार्थियों को खास सहूलियत दिए जाने के निर्देष जारी किए गए हैं.
  • अभी तक परीक्षा से पूर्व छात्र-छात्राओं के जूते मोजे उतारने पड़ते थे, इस बार ये समस्या बच्चों को नहीं झेलनी पड़ेगी.
  • इस आदेश के बाद बच्चों ने भी चैन की सांस ली है.
  • आंकड़ों की बात करें तो 2019 में हुई परीक्षाओं में करीब 107454 बच्चों ने परीक्षाएं दी थीं.
  • वर्ष 2020 के लिए 94591 बच्चों ने ही आवेदन किया है.
  • माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने कुछ ऐसे निर्देश जारी किए हैं.

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प्राप्त निर्देशों के अनुसार सभी जनपद के जिम्मेदारों को सूचित किया जा चुका है. नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए भी इस बार तमाम रणनीतियां शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जा रही हैं.
-गजेंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250


एंकर--जिले में भी इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संपन्न होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं को एक सहूलियत मिलेगी। हर वर्ष सभी छात्रों को जूते मोजे उतारने पर विवश होना पड़ता था। वहीं उनकी तलाशी भी खुले में होती थी।तो वही अब इन बोर्ड परीक्षार्थियों को जूते व मुझे नहीं उतारने पड़ेंगे इसके लिए सख्त निर्देश जारी कर दिए गए है। वहीं जिले में 94000 से अधिक शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की चेकिंग भी खुले परिसर में न होकर कक्षाओं के बाहर होगी।इसी के साथ जिम्मेदारों ने इस बार नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए भी सख्त इंतज़ाम किये जाने की बात कही है।


Body:वीओ--1--इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षार्थियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं।जिससे बच्चों को खासा सहूलियत मिल सकेगी।दरअसल साल दर साल बोर्ड परीक्षाओं में बढ़ती सख्ती के चलते बच्चों की संख्याओं में घटोत्तरी होती नजर आरही थी।तो इस बार नियमो में फिर बदल कर बोर्ड परीक्षार्थियों को खास सहूलियत दिए जाने के निर्देभ जारी किए गए हैं।अभी तक परीक्षा से पूर्व छात्र छात्राओं के जूते मोजे उतारने पड़ते थे तो इस बार ये समस्या बच्चों को नहीं झेलनी पड़ेगी।शासन से आये सख्त निर्देशो के बाद अब सभी जिम्मेदारों को इस संबंध में सूचित किया जा चुका है।तो बच्चों ने भी इस आदेश के बाद चैन की सांस ली है।दसवीं कक्षा के एक छात्र राजन से बात करने पर जो कि इस बार दोबारा दसवीं की परीक्षा देंगे, उन्होंने बताया कि जूते मोजे उतार कर परीक्षा देने में काफी दिक्कत आती थी और पैरों में कंकड़ व कांटे आदि भी लग जाते थे।तो अब इस प्रक्रिया के खत्म होने के बाद ये समस्या नहीं आएगी।वहीं बच्चों की चेकिंग भी इस बार कक्षा के गेट पर होगी न कि बाहर परिसर में।वहीं आंकड़ों की बात करें तो 2019 में हुई परीक्षाओं में करीब 107454 बच्चों ने परीक्षाएं दी थीं।तो इस बार 2020 के लिए 94591 बच्चों ने ही आवेदन किया है।इसी को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदर्श ने कुछ ऐसे निर्देश जारी किए हैं।

विसुअल विद वॉइस ओवर
बाईट--राजन--कक्षा 10 का छात्र

वीओ--2--इस बारे में विधिवक्त जानकारी से सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने अवगत कराया।कहा कि प्राप्त निर्देशों के अनुसार सभी जनपद के जिम्मेदारों को सूचित किया जा चुका है।तो नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए भी इस बार तमाम रणनीतियां शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जा रही हैं।सुनिए उन्हीं की जुबानी।

बाईट--गजेंद्र कुमार--सिटी मजिस्ट्रेट
पीटूसी


Conclusion:
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