हरदोई: गंगा सतलज एक्सप्रेस में 1 माह के बच्चे के साथ यात्रा कर रही एक महिला ने रेल एप पर बच्चे के लिए दूध की मांग की. इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने हरदोई रेलवे स्टेशन पर बच्चे के लिए दूध का इंतजाम किया और स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही बच्चे के लिए दूध पहुंचाया. भूख से परेशान बच्चा रो रहा था, लेकिन जैसे ही बच्चे को दूध मिला बच्चा शांत हो गया. रेलवे अधिकारियों की सजगता की महिला यात्री सहित तमाम यात्रियों ने जमकर सराहना की.
दरअसल, गया जिले से लुधियाना जाने के लिए एक परिवार गंगा सतलुज एक्सप्रेस(03307) से यात्रा कर रहा था. ट्रेन के लखनऊ से निकलते ही महिला का एक माह का बच्चा भूख के चलते रोने लगा. ट्रेन में दूध ना मिलने पर परिजनों ने रेल प्रशासन द्वारा जारी की गई रेल सेवा एप पर रेल प्रशासन से मदद मांगी और बच्चे के लिए दूध की मांग की. बच्चे के लिए मांगी गई मदद का रेल प्रशासन ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए बालामऊ स्टेशन को निर्देशित किया, लेकिन साप्ताहिक बन्दी के चलते बालामऊ में बच्चे के लिए दूध उपलब्ध नहीं हो सका. इसके बाद कंट्रोल रूम द्वारा हरदोई सीएमआई अंबुज मिश्रा को गंगा सतलुज एक्सप्रेस में बच्चे के लिए दूध पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया.
कंट्रोल रूम से जानकारी मिलते ही सीएमआई अंबुज मिश्रा ने दूध की व्यवस्था की और ट्रेन का इंतजार करते रहे. जैसे ही ट्रेन हरदोई स्टेशन पहुंची कोच संख्या एस-5 में यात्रा कर रहे परिवार के बच्चे के लिए दूध उपलब्ध कराया. दूध मिलते ही भूख से परेशान बच्चा शांत हो गया. भूख से परेशान बच्चे के लिए दूध मिलने के बाद बच्चे के परिवारीजनों और यात्रियों ने रेल प्रशासन की इस सजगता के लिए जमकर सराहना की.
गंगा सतलज एक्सप्रेस में जो कि लखनऊ से चल चुकी थी, 1 माह का बच्चा रो रहा था. उसके परिजनों ने रेल ऐप पर दूध की डिमांड की. पहले तो बालामऊ में प्रयास किया गया, लेकिन बंदी के चलते संभव नहीं हो सका. इसके बाद हरदोई रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही बच्चे के लिए परिजनों को दूध उपलब्ध कराया गया.
-अंबुज मिश्रा, सीएमआई, हरदोई रेलवे स्टेशन