हरदोई : पर्यावरण प्रदूषण को लेकर सरकार सख्त है, इसके बावजूद हरदोई जिले के किसान पराली जला रहे हैं. जिसको लेकर शासन की टीम ने अभियान चलाकर पराली जलाने वाले किसानों को चिन्हित किया, साथ ही 59 किसानों पर जुर्माना लगाया. प्रशासन का कहना है कि किसानों को जागरूक किया जा रहा है, कि वो अपने खेतों में पराली न जलाएं. ऐसे में जो किसान खेतों में पराली जलाएंगे उनके खिलाफ जुर्माना और मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा.
462 गांवों में चलाया गया अभियान
हरदोई जिले की तहसील सदर क्षेत्र के 462 ग्राम पंचायतों में एसडीएम सदर लक्ष्मी एन के निर्देश पर पराली को लेकर अभियान चलाया गया. तहसीलदार के नेतृत्व में अन्य राजस्व कर्मियों की कई टीमों का गठन कर अभियान चलाया गया था. इस दौरान तहसील क्षेत्र के गांवों में 59 किसान पराली जलाते हुए मिले. इन किसानों से 2 लाख 9 हजार का जुर्माना वसूला गया है.
किसानों को किया जा रहा जागरूक
पर्यावरण प्रदूषण रोकने को लेकर पराली जलाने पर सरकार ने रोक लगा रखी है. सरकार ने किसानों को फसल के अपशिष्ट नष्ट करने को लेकर 14 विकल्प दिए हैं. किसानों को जागरूक करने के लिए प्रशासन की ओर से सभी ग्राम पंचायतों में राशन की दुकान पर पोस्टर लगाकर, लेखपाल और सचिव तथा कृषि विभाग के माध्यम से कृषि गोष्ठी आयोजित कर जागरूकता फैलाई जा रही है. किसान यूनियन से भी संपर्क स्थापित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
बार-बार पराली जलाने पर हो सकती है सजा
एनजीटी के नियमों के मुताबिक पराली जलाने वाले किसानों पर 2500 से लेकर 5000 रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है. बार-बार नियमों को तोड़ने वाले और जुर्माना अदा न करने वालों के खिलाफ सजा का प्रावधान भी है. दरअसल पराली जलाने से प्रदूषण फैलता है और प्रदूषण के चलते पर्यावरण को भारी नुकसान होता है.
किसान पराली न जलाएं, पर्यावरण प्रदूषित होने से बचाएं
एसडीएम सदर लक्ष्मी एन का कहना है कि तहसील क्षेत्र के सभी गांवों में अभियान चलाया गया था, जिसके तहत 59 किसान पराली जलाते मिले. जिनके खिलाफ दो लाख से अधिक जुर्माने की कार्रवाई की गई है. सभी किसानों को सरकारी राशन की दुकान, किसान यूनियन के सहयोग से गांव में किसानों की गोष्ठी व अन्य तरीकों से भी किसानों को जागरूक किया जा रहा है कि वह पराली ना जलाएं.