हरदोई: जिले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रिकॉर्ड संख्या में फरियादियों की फरियाद सुनी जा रही है. हाल ही में आए नवागंतुक पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स के चार्ज संभालने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय की कार्यशैली में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं. इसमें सबसे अहम है फरियादियों की समस्याओं का निवारण. दरअसल, पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 20 या 30 से ज्यादा फरियादियों को समय नहीं दिया जाता था, लेकिन नए एसपी के आने के बाद से यह आंकड़ा अब दो सौ पर हो गया है. लिहाजा कार्यालय में फरियादियों के लिए कुर्सियों की संख्या बढ़ा दी गई है.
हर रोज पहुंच रहे करीब 200 फरियादी
पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मात्र 20 से 30 फिरयादियों को समय दिया जाता था. इसके बाद जिम्मेदार अपनी कुर्सी छोड़ देते थे. वहीं एसपी अनुराग वत्स के आते ही स्थिति बदल गयी है. आजकल यहां रोजाना करीब 200 फरियादी आते हैं और सभी की सुनवाई भी होती है. एसपी अनुराग वत्स तब तक अपनी कुर्सी नहीं छोड़ते, जब तक वे यहां आए सभी की समस्याओं को सुन न लें. इसी के साथ वे तत्काल प्रभाव से पीड़ितों की समस्या के निस्तारण के लिए संबंधित थाने को आदेशित भी करते हैं. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर रहे एसपी से अब जिले के लोगों को भी उम्मीद जगी है.
थाने पर सुनवाई न होने पर पुलिस वालों पर होगी कार्रवाई
दरअसल, एसपी ऑफिस आने वाले लोग यहां तब आते हैं, जब थाने पर उनकी सुनवाई नहीं कि जाती है. ये समस्या अभी भी यहां जस की तस है, शायद तभी इतनी अधिक संख्या में दूर-दराज से लोगों को कप्तान ऑफिस की दौड़ लगानी पड़ती है. इसके लिए भी एसपी अनुराग वत्स ने रणनीति तैयार की है. उन्होंने कहा है कि थाने के स्तर पर फरियादियों की समस्याओं को न सुनने पर संबंधितों के खिलाफ सीधे कार्रवाई की जाएगी.
अब कुर्सियों पर बैठते हैं फरियादी
अभी तक एसपी कार्यालय में आने वाले फरियादी जमीन पर बैठे नजर आते थे. वहीं एसपी अनुराग वत्स ने इनके लिए कुर्सियों का प्रबंध किया है. एसपी अनुराग वत्स ने ईटीवी से हुई खास बातचीत में इस विषय पर चर्चा की. उन्होंने फरियादियों की समस्याओं को अपनी प्राथमिकता बताया है. उन्होंने कहा कि जिले में पीड़ितों को न्याय दिलाना ही पुलिस की पहली प्राथमिकता है. इसके लिये उन्होंने यहां तमाम प्रबंध किए हैं व रणनीतियां तैयार की हैं.