हरदोई: जिले के इकलौते स्पोर्ट्स स्टेडियम का क्षेत्रफल देखते हुए यहां राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन आसानी से हो सकता है, लेकिन विगत कई वर्षों से जिम्मेदारों की अनदेखी से स्टेडियम आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर है. वहीं जिले के नए क्रीड़ाधिकारी के कार्यभार संभालते ही स्टेडियम की तस्वीर बदलनी शुरू हो गई है.
जिम्मेदारों की उदासीनता का शिकार हुआ स्टेडियम
हरदोई जिला मुख्यालय से चार किलोमीटर की दूरी पर मौजूद ये स्पोर्ट्स स्टेडियम अब तक जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते दुर्दशा का शिकार होता आया है. यहां मौजूद आधे से ज्यादा संसाधन खराब पड़े हैं. वहीं अलग-अलग खेलों के लिए बने भवन भी जर्जर अवस्था मे हैं. यहां आयोजित प्रतियोगिताओं को देखने आने वाले दर्शकों के लिए भी बैठने का कोई उचित स्थान भी नहीं है.
बदलने लगी है तस्वीर
चार जुलाई को जिले के नए क्रीड़ाधिकारी रंजीत यादव के पद संभालते ही स्पोर्ट स्टेडियम की तस्वीर बदलने लगी है. क्रीड़ाधिकारी ने करीब आठ साल से बंद पड़े रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को दुरुस्त कराया है. साथ ही स्टेडियम में लचर पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त कर एक नया वाटर कूलर लगवाया है.
जल्द दुरुस्त होगी व्यवस्थाएं
आपको बताते चलें कि रंजीत यादव से पहले यहां कई क्रीड़ाधिकारियों ने कार्यभार संभाला, लेकिन स्पोर्ट्स स्टेडियम पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. इस वजह से ग्राउंड में पानी भरा रहता था. रंजीत सिंह ने ग्राउंड से वाटर हार्वेस्टिंग तक नाली का निर्माण कराया है. इसके साथ ही स्टेडियम को खेलने लायक बनाने के लिए कई अन्य तमाम रणनीतियां भी बनानी शुरू कर दी हैं. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही स्पोर्ट स्टेडियम में सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी.