हरदोई : रामायण में लिखा है "देवी पूजि पद कमल तुम्हारे सुर नर मुनि सब होए सुखारे"...जनपद में सदियों से मां बगुलामुखी की पूजा विधि विधान से की जाती है. मां के पूजन की तैयारियां पितृ पक्ष से ही शुरू हो जाती हैं और दशहरे के बाद तक चला करती हैं. आयोजकों ने बताया कि मां की प्रतिमा शुद्ध मिट्टी और इको फ्रेंडली तरीके से बनाई जाती है. मां के भक्त विधि विधान से नृत्य के साथ मां की पूजा करते हैं.
दिलाती हैं शत्रुओं पर विजय -
- जनपद में की जाती है मां बगलामुखी की विशेष पूजा.
- मान्यता है कि मां के पूजन से शत्रुओं पर विजय पाया जाता है.
- मां की प्रतिमा शुद्ध मिट्टी से बनाई जाती है ताकि प्रकृति को कोई नुकसान न हो.
- मां की पूजा विशेष तरीके से ढोल बजाकर और नारियल, धूप से मां की आरती की जाती है.
- ऐसी मान्यता है कि जब श्रीराम रावण से युद्ध करने के लिए जा रहे थे तो मां बगुलामुखी ने प्रभु राम को विजयी होने का आशीर्वाद दिया था.
- पंडाल में प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंधित है.
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