हरदोई: आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार रविवार को हरदोई के एक कार्यक्रम में पहुंचे. यहां उन्होंने सहारनपुर में गठबंधन रैली के दौरान अखिलेश यादव और अजित सिंह के पीएम मोदी के ऊपर की गई बयानबाजी पर जवाब दिया. उन्होंने दोनों नेताओं को उन्हें बेस्ट मेंटल केस ऑफ पॉलिटिक्स कहा.
आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार ने रविवार को अखिलेश यादव के दारुल उलूम को मोहब्बत का पैगाम बताने और बीजेपी के नफरत फैलाने के बयान पर तीखा जवाब देते हुए कहा कि इन लोगों को मेडिकल मेंटल और वैचारिक शुद्धि ऑपरेशन की जरूरत है. उन्होंने अजित सिंह के नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए बयान को लेकर कहा कि विपक्षी नेताओं को उनको बड़ों की इज्जत का संस्कार मां-बाप से नहीं मिला.
हरदोई के गांधी भवन मैदान में नव वर्ष अभिनंदन समारोह में आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार भाग लेने आए. यहां उन्होंने अखिलेश यादव के बयान कि दारुल उलूम से मोहब्बत का पैगाम निकलता है और बीजेपी नफरत फैलाती है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसा है कि इस देश के अंदर पिछले सालों में जो कांग्रेस और विपक्षी दल अपना भाईचारा भी स्थापित नहीं कर सके, उनको हर समय संघ परिवार से बीजेपी से नफरत-नफरत आती है. उनके मन, बुद्धि, आत्मा में स्वयं जहर और नफरत खुली है. वह जातिवाद की मजहबवाद की राजनीति करते हैं. मुझे लगता है कि इन लोगों का मेडिकल मेंटल और वैचारिक शुद्धि और ऑपरेशन की जरूरत है.
आगे उन्होंने कहा आज जितने भी विपक्षी नेता हैं, उनको बड़ों की इज्जत करने का संस्कार शायद मां-बाप से नहीं मिला. इसलिए जब चाहे, जो चाहे गाली-गलौज करेंगे. झूठ बोलेंगे. अगर संस्कार मिला होता तो क्या राहुल या प्रियंका अपने दादा की समाधि पर नहीं जाते पर उनको संस्कार नहीं मिला तो इसका दोष मोदी जी पर निकाल देना, यह उनका फैशन हो गया है. इसलिए 'दे यार बेस्ट मेंटल केस आफ पॉलिटिक्स' है.