हरदोई: जिले में कोविड महामारी के मद्देनजर कमांड एंड कंट्रोल सॉफ्टवेयर को लॉन्च किया गया है. जिला प्रशासन की ओर से शुरू किये गये इस सॉफ्टवेयर के जरिये कोविड मरीजों की जानकारी कंट्रोल रूम से सीधे संबंधित चिकित्सक यानी एमओआईसी के पास पहुंच जाएगी. साथ ही जरूरतमंद मरीज को तत्काल प्रभाव से स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भविष्य में अन्य आपदाओं व धान खरीद आदि में भी किया जा सकेगा.
कोविड मरीजों को मिलेंगी बेहतर सेवाएं
दरअसल, एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) ने कोविड कमांड एंड कंट्रोल सॉफ्टवेयर का निर्माण किया है. शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने इस सॉफ्टवेयर की विधिवत जानकारी से लोगों को अवगत कराया. जिलाधिकारी ने बताया कि इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर एंड कंट्रोल सेंटर के जरिये मरीजों को बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी.
इस सॉफ्टवेयर को कोरोना आपदा के मद्देनजर बनाकर तैयार किया गया है. इसे बनाने में किसी भी प्रकार का कोई खर्च नहीं आया है. कंट्रोल रूम द्वारा इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल मरीजों का फीडबैक लेने के लिए किया जाएगा. फीडबैक में अगर किसी मरीज को कोई समस्या है तो उसके निराकरण के लिए खुद ही संबंधित एल-1 या एल-2 अस्पताल के चिकित्सक को एक मैसेज भेज देगा, जिससे मरीज को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सकती है.
वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सुविधा देने के लिये इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा. आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की बात को इस सॉफ्टवेयर के जरिये संबंधित एमओआईसी के पास भेजा जाएगा, ताकि चिकित्सक आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे. इसके साथ ही अगर मरीज भर्ती होना चाहते हैं तो उससे संबंधित मैसेज भी एमओआईसी के पास भेजा जाएगा.
भविष्य में बेहतर प्रबंधन का कार्य करेगा सॉफ्टवेयर
जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि ये इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर भविष्य में आने वाली अन्य किसी भी आपदा के दौरान बेहतर प्रबंधन बनाए रखने में अपना अहम योगदान निभाएगा. इसमें कुछ सस्टेनेबल बदलाव करने के बाद आपदा के दौरान इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही धान खरीद आदि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा.