हरदोई: जिले का इकलौता महिला जिला अस्पताल अपनी बेहतर कार्यप्रणाली को लेकर चर्चाओं में है. यहां मौजूद सुविधाएं भी अन्य जिला अस्पतालों की अपेक्षा बेहद अत्याधुनिक और व्यवस्थित हैं. कायाकल्प और एनएबीएच, लक्ष्य में महिला जिला अस्पताल को बेहतर रैंक मिल चुकी है. इसी के चलते बीते वर्ष में यहां दी गयी सुविधाओं के आंकड़े भी सराहनीय हैं.
खास बातें
- महिला जिला अस्पताल बीते वर्ष में तमाम उपलब्धियां हासिल कर चुका है.
- कायाकल्प अवार्ड, एनएबीएच सर्टिफिकेट, लक्ष्य कार्यक्रम में बेहतर रैंक हासिल की हैं.
- कम संसाधनों, स्टाफ के अभाव के बाद भी एक साल में बेहद सराहनीय काम किया हैं.
- इसी के चलते बीते वर्ष में यहां दी गयी सुविधाओं के आंकड़े भी सराहनीय हैं.
जिला महिला अस्पताल में वर्ष 2019 में प्रत्येक माह करीब 900 से 1000 प्रसव और 70-80 सिजेरियन किये गए हैं. अन्य जिलों में मौजूद महिला अस्पतालों की अपेक्षा यहां के आंकड़े बेहद सराहनीय साबित हुए हैं. वहीं अस्पताल के जिम्मेदार लोगों बताया कि ओपीडी भी प्रत्येक माह औसतन चार से पांच हजार के आस पास की रही है.
2019 में जिला महिला अस्पताल को कायाकल्प अवार्ड देकर सम्मानित किया गया था. एनएबीएच सर्टिफिकेट भी अस्पताल ने बेहतर कार्य करने के लिए हासिल किया था. अब दो विजिट पूरे होने के बाद लक्ष्य कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्तर की टीम ओटी और लेबर रूम का विजिट करेंगी. पूर्व में हुए विजिट में भी महिला अस्पताल को ओटी के विजिट में 84वीं रैंक, प्रसव कक्ष को 72वां स्कोर मिला था.
-रविन्द्र सिंह, सीएमएस जिला महिला अस्पताल