ETV Bharat / state

हरदोई: परिषदीय स्कूल अब बनेंगे डिजिटल, जानें क्या मिलेंगी सुविधाएं - government school

जिले के 19 ब्लॉकों के 2-2 परिषदीय विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में बनाया जाएगा. इससे इन विद्यालयों में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी, जो एक कान्वेंट स्कूल में होती हैं. इसका सीधा लाभ यहां पढ़ने वाले बच्चों को मिल सकेगा. इसके लिए शासन स्तर से प्रत्येक विद्यालय को करीब 24 लाख का बजट निर्गत किया जाएगा.

मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित होंगे परिषदीय स्कूल.
author img

By

Published : May 27, 2019, 7:49 PM IST

हरदोई: जिले के परिषदीय विद्यालयों को अब एक नई सौगात मिलने वाली है. जिले में मौजूद 38 स्कूलों पर निदेशालय स्तर से करीब 9 करोड़ रुपये खर्च कर इन्हें डिजिटल स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा. इससे इन विद्यालयों की तस्वीर किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं होगी.

मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित होंगे परिषदीय स्कूल.

एक विद्यालय पर खर्च होंगे 24 लाख रुपये

  • हरदोई जिले के 19 ब्लॉकों के 2-2 परिषदीय विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में बनाया जाएगा.
  • इससे इन विद्यालयों में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी, जो एक कान्वेंट स्कूल में होती हैं.
  • इसके लिए शासन स्तर से प्रत्येक विद्यालय को करीब 24 लाख के आस-पास का बजट निर्गत किया जाएगा.
  • इन विद्यालयों की कक्षाओं को डिजिटल बनाया जाएगा तो यहां पर शौचालयों और बॉउंड्री वॉल भी बेहतरी के साथ निर्मित होंगी.
  • इनमें विज्ञान, गणित व भाषा की लैब भी बनाई जाएंगी.

...अब कक्षाएं होंगी डिजिटल

  • बच्चों की कक्षाओं को भी डिजिटल बनाया जाएगा.
  • ब्लैक बोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड इस्तेमाल में लाया जाएगा. इसी के साथ बच्चों को पेंटिंग आदि भी कराई जाएगी.
  • विद्यालयों में मौजूद बच्चे अपनी प्यास वॉटर कूलर के जरिये बुझाएंगे.
  • फर्श पर टाइल्स आदि लगाकर विद्यालय की तस्वीर बदली जाएगी.
  • बच्चों के लिए इन मॉडल स्कूलों में पुस्तकालय आदि की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से होगी.

बच्चों के लिए होगी तमाम सुविधाएं

  • बच्चों को पेंटिंग सिखाने के भी इंतजाम किए जाएंगे.
  • बच्चों के खेलने के लिए यहां झूले आदि भी लगवाए जाएंगे तो शिक्षकों के बैठने के लिए फर्नीचर भी अच्छी क्वालिटी का दिया जाएगा.
  • सबसे अहम और गौर करने वाली बात ये है कि जो विज्ञान की प्रयोगशालाएं हाई स्कूल व इंटरमीडिएट में देखने को मिलती थी, वो लैब भी इन मॉडल स्कूलों में बनवाई जाएगी.
  • भाषाओं की प्रयोगशालाएं भी यहां देखने को मिलेंगी.

इन विद्यालयों को मॉडल विद्यालयों की तस्वीर देने का उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के नामांकन को बढ़ाना व विद्यालयों में मौजूद बच्चों के ठहराव को बरकरार रखना है. इसी के साथ प्रत्येक ब्लॉक के दो विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाए जाने के बाद जिले के 38 विद्यालयों में वह सभी सुविधाएं बच्चों को मिल सकेंगी, जो एक कान्वेंट स्कूल में मिलती है. साथ ही उन्हें बेहतर शिक्षा का माहौल भी मुहैया कराया जा सकेगा.
-हेमंत राव, बेसिक शिक्षा अधिकारी, हरदोई

हरदोई: जिले के परिषदीय विद्यालयों को अब एक नई सौगात मिलने वाली है. जिले में मौजूद 38 स्कूलों पर निदेशालय स्तर से करीब 9 करोड़ रुपये खर्च कर इन्हें डिजिटल स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा. इससे इन विद्यालयों की तस्वीर किसी कान्वेंट स्कूल से कम नहीं होगी.

मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित होंगे परिषदीय स्कूल.

एक विद्यालय पर खर्च होंगे 24 लाख रुपये

  • हरदोई जिले के 19 ब्लॉकों के 2-2 परिषदीय विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में बनाया जाएगा.
  • इससे इन विद्यालयों में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी, जो एक कान्वेंट स्कूल में होती हैं.
  • इसके लिए शासन स्तर से प्रत्येक विद्यालय को करीब 24 लाख के आस-पास का बजट निर्गत किया जाएगा.
  • इन विद्यालयों की कक्षाओं को डिजिटल बनाया जाएगा तो यहां पर शौचालयों और बॉउंड्री वॉल भी बेहतरी के साथ निर्मित होंगी.
  • इनमें विज्ञान, गणित व भाषा की लैब भी बनाई जाएंगी.

...अब कक्षाएं होंगी डिजिटल

  • बच्चों की कक्षाओं को भी डिजिटल बनाया जाएगा.
  • ब्लैक बोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड इस्तेमाल में लाया जाएगा. इसी के साथ बच्चों को पेंटिंग आदि भी कराई जाएगी.
  • विद्यालयों में मौजूद बच्चे अपनी प्यास वॉटर कूलर के जरिये बुझाएंगे.
  • फर्श पर टाइल्स आदि लगाकर विद्यालय की तस्वीर बदली जाएगी.
  • बच्चों के लिए इन मॉडल स्कूलों में पुस्तकालय आदि की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से होगी.

बच्चों के लिए होगी तमाम सुविधाएं

  • बच्चों को पेंटिंग सिखाने के भी इंतजाम किए जाएंगे.
  • बच्चों के खेलने के लिए यहां झूले आदि भी लगवाए जाएंगे तो शिक्षकों के बैठने के लिए फर्नीचर भी अच्छी क्वालिटी का दिया जाएगा.
  • सबसे अहम और गौर करने वाली बात ये है कि जो विज्ञान की प्रयोगशालाएं हाई स्कूल व इंटरमीडिएट में देखने को मिलती थी, वो लैब भी इन मॉडल स्कूलों में बनवाई जाएगी.
  • भाषाओं की प्रयोगशालाएं भी यहां देखने को मिलेंगी.

इन विद्यालयों को मॉडल विद्यालयों की तस्वीर देने का उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के नामांकन को बढ़ाना व विद्यालयों में मौजूद बच्चों के ठहराव को बरकरार रखना है. इसी के साथ प्रत्येक ब्लॉक के दो विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाए जाने के बाद जिले के 38 विद्यालयों में वह सभी सुविधाएं बच्चों को मिल सकेंगी, जो एक कान्वेंट स्कूल में मिलती है. साथ ही उन्हें बेहतर शिक्षा का माहौल भी मुहैया कराया जा सकेगा.
-हेमंत राव, बेसिक शिक्षा अधिकारी, हरदोई

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----- जिले के परिषदीय विद्यालयों को अब एक नई सौगात मिलने वाली है।जिले में मौजूद 38 मॉडल स्कूलों पर निदेशालय स्तर से करीब 9 करोड रुपए खर्च कर इन्हें डिजिटल स्कूल में परिवर्तित किया जाएगा। इससे इन विद्यालयों की तस्वीर किसी कान्वेंट स्कूल से कम ना होगी। यहां बाउंड्री वॉल व शौचालयों को तो बेहतरी के साथ बनाया ही जाएगा। साथ ही इनमें विज्ञान, गणित व भाषा की लैब भी बनाई जाएंगी। इसी के साथ यहां पुस्तकालय होना भी अनिवार्य होगा। वहीं बच्चों की कक्षाओं को भी डिजिटल बनाया जाएगा। ब्लैक बोर्ड की जगह व्हाइट बोर्ड इस्तेमाल में लाया जाएगा। इसी के साथ बच्चों को पेंटिंग आदि भी कराई जाएगी। विद्यालयों में मौजूद बच्चे अपनी प्यास वॉटर कूलर के जरिये बुझाएंगे। इसी के साथ तमाम सुविधाएं जिले के इन मॉडल स्कूलों में लैस होंगी। एक विद्यालय पर 24 लाख से अधिक खर्च करने की है तैयरी।


Body:वीओ--1--हरदोई जिले के 19 ब्लॉकों के 2-2 परिषदीय विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में बनाया जाएगा।इससे इन विद्यालयों में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी जो एक कान्वेंट स्कूल में होती हैं।जिनका सीधा लाभ यहां पढ़ने वाले बच्चों को मिल सकेगा।इसके लिए शासन स्तर से प्रत्येक विद्यालय को करीब 24 लाख के आस पास का बजट निर्गत किया जाएगा।इन विद्यालयों की कक्षाओं को डिजिटल बनाया जाएगा।तो यहां पर शौचालयों और बॉउंड्री वॉल भी बेहतरी के साथ निर्मित होंगी।वहीं विद्यालय में टाइल्स आदि लगाकर विद्यालय की तस्वीर बदली जाएगी।बच्चों के लिए इन मॉडल स्कूलों में पुस्तकालय आदि की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से होगी।वहीं बच्चों को पेंटिंग सिखाने के भी इंतजाम किए जाएंगे।इसी के साथ बच्चों के खेलने के लिए यहां झूले आदि भी लगवाए जाएंगे।तो शिक्षकों के बैठने के लिए फर्नीचर भी अच्छी क्वालिटी का दिया जाएगा।सबसे अहम और गौर करने वाली बात ये है कि जो विज्ञान की प्रयोगशालाएं हाई स्कूल व इंटरमिडीएड में देखने को मिलती थी वो लैब भी इन मॉडल स्कूलों में बनवाई जाएगी।इसी के साथ भाषाओं की प्रयोगशालाएं भी यहां देखने को मिलेंगी।

विसुअल विद वॉइस ओवर

वीओ--2-- वहीं इस मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने जानकारी दी, की इन विद्यालयों को मॉडल विद्यालयों की तस्वीर देने का उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के नामांकन को बढ़ाना व विद्यालयों में मौजूद बच्चों के ठहराव को बरकरार रखना है। इसी के साथ प्रत्येक ब्लॉक के 2 विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाए जाने के बाद जिले के 38 विद्यालयों में वह सभी सुविधाएं बच्चों को मिल सकेंगी जो एक कान्वेंट स्कूल में मिलती है।साथ ही उन्हें बेहतर शिक्षा का माहौल भी मुहैया कराया जा सके।

बाईट--हेमंत राव--बीएसए हरदोई

पीटूसी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.