हरदोई: इमरान रोजाना समय निकालकर अपने क्लब के बच्चों को पुलिस लाइन के ग्राउंड में निशुल्क कोचिंग देते हैं. साथ ही बच्चों के लिए जूते-मोजे और ड्रेस भी निशुल्क मुहैया कराते हैं. बता दें कि इमरान अपनी आधी सैलरी इन बच्चों पर खर्च करते हैं. दरअसल, अधिकतर बच्चे गरीब परिवार से आते हैं. जो फुटबॉल तो खेलना चाहते हैं, लेकिन पैसों के अभाव के कारण उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था.
गरीब फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए मसीहा बने इमरान
- गरीब फुटबॉल खिलाड़ियों को निशुल्क प्रैक्टिस देते हैं.
- बच्चों को ड्रेस और फुटबॉल सामग्री भी देते हैं.
- बच्चों के लिए इमरान अपनी आधी सैलरी खर्च करते हैं.
- इमरान पहले पेशे से पुलिसकर्मी थे.
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मैंने 5 साल पहले एक फुटबॉल क्लब की स्थापना की थी. जिसमें अब 70 से ज्यादा बच्चे फुटबॉल सीख रहे हैं. मैंने गरीब बच्चों के सपनों को पूरा करुंगा.
- इमरान, कोच
इमरान अपनी आधी सैलरी इन बच्चों पर खर्च करते हैं. जिससे बच्चे फुटबॉल खेलना सीख सके और अपने सपनों को पूरा कर सके.
- गजेंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट