हरदोई: एक मामले में कार्रवाई को लेकर जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में पिता-पुत्री अनशन पर बैठे हैं. कलेक्ट्रेट परिसर में अनशन पर बैठे पिता-पुत्री का आरोप है कि 1 माह पूर्व पीड़िता का अपहरण कर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. पीड़िता की बरामदगी के बाद डरा-धमका कर उसके 164 के बयान कराए गए. पिता का आरोप है कि मामले में विवेचक ने सही से विवेचना नहीं की है. विवेचक दुष्कर्म की धाराओं को हटाना चाहते हैं. लिहाजा उनकी मांग है कि विवेचक को हटा दिया जाए और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाये.
क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में अपहरण की शिकार हुई पीड़िता ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. कोतवाली शहर इलाके के एक गांव की रहने वाली पीड़िता और उसके पिता का आरोप है कि विगत 11 अप्रैल को गांव के रहने वाले दो युवक और एक महिला ने उसका अपहरण कर लिया था. जिसके बाद दो युवकों ने पड़ोसी गांव में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बहला-फुसलाकर अपहरण करने का मामला दर्ज किया था. मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. इस दौरान पुलिस ने पीड़िता के न्यायालय में बयान भी कराए. पीड़िता का आरोप है कि उसे डरा-धमका कर बयान करवाए गए. साथ ही विवेचक ने कपड़ों की भी जांच नहीं कराई. आरोप है कि विवेचक दुष्कर्म की धारा को खत्म करना चाहते हैं. जिसके चलते वह सही से विवेचना नहीं कर रहे हैं और न ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर रहे हैं.
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न्याय की लगाई गुहार
आमरण अनशन पर बैठे पिता पुत्री ने मांग की है कि जल्द ही विवेचक को हटाया जाए और अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाए. साथ ही अभियुक्तों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला भी दर्ज किया जाए. पीड़ित परिवार ने इसे लेकर पुलिस महानिरीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर यादव का कहना है कि प्रदर्शन कर रहे पिता पुत्री ने ज्ञापन दिया है, इनका ज्ञापन संबंधित पुलिस विभाग को भेजा जा रहा है.